बाल्या बिनेकर हत्याकांड-सुपारी किलिंग : हजारे गैंग को 10 अक्टूबर तक पीसीआर

Loading

नागपुर. बाल्या बिनेकर हत्याकांड सुपारी कीलिंग होने की चर्चा अपराधजगत में गरम है. माना जा रहा है कि चेतन हजारे की आड़ में किसी और ने अपने मनसूबों को अंजाम दिया, लेकिन पुलिस इस बात से साफ इंकार कर रही है. इस मामले में पुलिस चेतन सहित रजत तांबे, आसिम लुडेलकर, भरत पंडित, रवि उर्फ चिंटू नागाचारी, आकाश खरे और अनिकेत मंथापुरवार को गिरफ्तार कर चुकी है.

सोमवार को पुलिस हिरासत खत्म होने के बाद पुलिस ने दोबारा सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया. वारदात में उपयोग किए गए अन्य हथियार, आपराधिक षडयंत्र कहां रचा गया और अन्य लोग भी इसमें शामिल थे या नहीं पता लगाने के लिए पुलिस हिरासत बढ़ाने की मांग की.

न्यायालय ने पुलिस की अपील मंजूर करते हुए आरोपियों को 10 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए. बताया जाता है कि घटनास्थल से फरार होने के बाद आरोपी खामला में गोपू से मिलने गए थे. वहां से उन्हें कामठी के चर्चित क्रिमिनल के पास भेजा गया. कुछ समय कामठी में बिताने के बाद आरोपी रामटेक गए.

रामटेक में उन्हें किसी ने शरण दी थी इसका पता नहीं लग पाया है. अपराधियों में चर्चा है कि बाल्या की हत्या सुपारी किलिंग है. आरोपियों में से कोई भी आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है. कोई अपनी जमानत तक का इंतजाम नहीं कर सकता. आंबेकर पैटर्न में बाल्या की हत्या को अंजाम दिया गया. इससे साफ है कि किसी और ने आरोपियों की मदद की. अब तक पुलिस जांच में कोई खुलासा नहीं हुआ है.