भाजपा महिला पार्षदों का निषेध प्रदर्शन, आयुक्त कार्यालय के सामने डटी रही

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नागपुर. मनपा में आयुक्त और सत्तापक्ष के बीच चल रहा ‘शीतयुद्ध’ कहीं भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक दिन पहले कुछ महिला कार्यकर्ताओं का आंदोलन विफल होते ही बुधवार को भाजपा की महिला पार्षदों की ओर से प्रशासकीय भवन स्थित आयुक्त कक्ष के सामने मुंह पर काली पट्टी बांधकर निषेध प्रदर्शन किया गया. विशेषत: एक दिन पहले आई महिला कार्यकर्ताओं के आंदोलन से तो सत्तापक्ष की ओर से पल्ला झाडा गया था, किंतु दूसरे दिन ही इस तरह से पुन: आंदोलन की भूमिका अपनाई गई. महिला कर्मचारी भानुप्रिया की ओर से मातृत्व प्रसुति काल के लाभ से वंचित रखे जाने को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग से शिकायत की गई. सत्तापक्ष के हाथ लगे इस नए मुद्दे को लेकर अब आयुक्त के खिलाफ निषेध जताया गया. 

एक घंटे चला प्रदर्शन
भाजपा महिला पार्षदों की ओर से आयुक्त कक्ष के सामने लगभग एक घंटे हाथों में निषेध की पट्टियां लेकर मूक प्रदर्शन किया गया. जिसमें भाजपा की अधिकांश महिला पार्षदों ने हिस्सा लिया. जबकि कई महिला पार्षद प्रदर्शन के दौरान अनुपस्थित भी रही. प्रदर्शन के उपरांत महिला पार्षदों की ओर से मनपा आयुक्त को ज्ञापन सौंपने का प्रयास किया गया. पार्षदों ने बताया कि उन्होंने आयुक्त को मिलने के लिए चिट्ठी भी भेजी, लेकिन इस संदर्भ में प्रशासन की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं दिखाई. जिससे मूक प्रदर्शन के बाद आंदोलन स्थगित कर दिया गया. 

पुलिस बंदोबस्त, द्वार भी बंद
महिला पार्षदों की ओर से किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान मुख्यालय में पुलिस का पुख्ता बंदोबस्त भी लगाया गया था. यहां तक कि प्रशासकीय कक्षों के मुख्य द्वार भी बंद कर दिए गए थे. प्रदर्शन के दौरान सत्तापक्ष नेता संदीप जाधव और स्थायी समिति सभापति पींटू झलके ने भी हाजिरी लगाई. महिला पार्षदों का मानना था कि प्रशासन का महिलाओं के प्रति व्यवहार उचित नहीं है. कार्यालय में कई महिला कर्मचारियों को प्रताडित किए जाने का आरोप भी उन्होंने लगाया.