नागपुर. सास के साथ हुई मामूली कहासुनी के बाद एक महिला ने अपने ही 7 माह के बच्चे को बेरहमी से पीटा. उसे पलंग पर पटक-पटक कर मारने लगी. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. खबर मिलते ही अंबाझरी पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी. बच्चे की मां को हिरासत में लिया. एनजीओ और बाल कल्याण अधिकारी की मदद से मां की काउंसिलिंग की गई.
पुलिस ने उसके खिलाफ मारपीट और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया है. इंस्पेक्टर नरेंद्र हिवरे ने बताया कि रविवार की रात यह वीडियो पुलिस तक पहुंचा. जांच पड़ताल करने पर पता चला कि प्रकरण पांढराबोड़ी परिसर का है. पुलिस महिला के घर पर पहुंची. तब तक आला अधिकारियों तक भी वीडियो पहुंच चुका था.
डीआईजी नवीनचंद्र रेड्डी और डीसीपी विनीता साहू ने तुरंत अंबाझरी पुलिस को प्रकरण की जांच और कार्रवाई के आदेश दिए. बच्चे और उसके पिता को थाने लाया गया. पिता से पूरी घटनाक्रम की जानकारी ली गई तो पता चला कि 24 मई को आर्थिक तंगी के चलते मां और उसकी पत्नी के साथ बहस हुई थी. इससे चिढ़कर पत्नी ने बच्चे को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया. लगातार उस पर थप्पड़ बरसाती रही. गड्ढे में पटक-पटक कर मारा. पास बैठे एक रिश्तेदार ने घटना को अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया.
धीरे-धीरे परिसर में वीडियो वायरल होने लगा. महिला पुलिसकर्मियों के साथ बच्चे को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया. घटना को काफी दिन बीत चुके थे इसीलिए शरीर पर चोट के निशान नहीं थे. डॉक्टरों ने बच्चे के स्वस्थ होने की जानकारी दी. सोमवार की सुबह बच्चे की पिटाई करने वाली मां को थाने बुलाया गया.
जिला बाल कल्याण अधिकारी मुश्ताक पठान, संरक्षण अधिकारी साधना हटवार और चाइल्ड लाइन टीम की सदस्या मिनाक्षी धडाड़े द्वारा महिला का समुपदेशन किया गया. बच्चे का पिता ढोल बजाने का काम करता है. लॉकडाउन के चलते उसका काम बंद हो गया. कमाई का कोई साधन नहीं था. ऐसे में दादी ही घरों में काम करके परिवार का उदरनिर्वाह कर रही थी.