ATM robbery
प्रतिकारात्मक  तस्वीर 

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नागपुर. शहर में खरीदारी करने के लिए आए गोंदिया के कपड़ा व्यापारी और उनके बेटे का 3 लोगों ने अपहरण कर लिया. कार में गोंदिया छोड़ने के बहाने उन्हें वर्धा ले गए. सुनसान स्थान पर ले जाकर पिस्तौल की नोक पर सोने की चेन, अंगूठी और नकद लूटकर फरार हो गए. पिता-पुत्र नागपुर पहुंचे और पुलिस से शिकायत की. क्राइम ब्रांच का यूनिट 3 जानकारी मिलते ही जांच में जुट गया और तीनों आरोपियों को अमरावती से गिरफ्तार कर लिया.

पकड़े गए आरोपियों में चिरागसिटी, अमरावती निवासी योगेश शांताराम पालिनकर (27), आकाश उर्फ आदिनाथ आनंदा रावणकर (22) और अजय मोहन नायडे (24) का समावेश है. गणेशपेठ पुलिस ने सिंधी कालोनी, गोंदिया निवासी प्रवीण प्रभूदास बजाज (40) की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. प्रवीण गोंदिया में न्यू बजाज स्टोर नामक कपड़ों की दूकान चलाते हैं. 21 जनवरी को प्रवीण अपने बेटे आर्यन (14) के साथ माल की खरीदारी करने के लिए नागपुर आए थे.

वर्धा के समुद्रपुर ले गए

इतवारी से खरीदारी निपटाने के बाद रात 9 बजे के दौरान गणेशपेठ बस स्टैंड पर पहुंचे, लेकिन गोंदिया की बस निकल चुकी थी. दूसरी बस के इंतजार में पिता-पुत्र बस स्टैंड के भीतर ही बैठे थे. इसी दौरान योगेश उनके पास आया और गोंदिया जाना है क्या पूछने लगा. वह अपनी गाड़ी के लिए सवारी ढूंढ रहा है यह कहकर प्रवीण और आर्यन को जाधव चौक पर ले गया. वहां एमएच-27/डीए-0507 नंबर की कार में आकाश और अजय पहले से बैठे थे. तीनों उन्हें लेकर वर्धा रोड की तरफ निकल गए. प्रवीण ने मार्ग दूसरा होने के बारे में पूछा तो शॉर्टकट होने की जानकारी दी. तीनों आरोपी पिता-पुत्र को समुद्रपुर के हुलदगांव परिसर में ले गए. 

गाड़ी के नंबर से मिला सुराग 

खेत में ले जाकर दोनों को पिस्तौल दिखाई गई. डरा-धमकाकर सोने के जेवर, मोबाइल और नकद 2,500 सहित 87,500 रुपये का माल लूट लिया. दोनों को वहीं छोड़कर आरोपी भाग निकले. देर रात लोगों से मदद मांग कर पिता-पुत्र वर्धा पुलिस तक पहुंचे. शुक्रवार को नागपुर आकर गणेशपेठ पुलिस से शिकायत की. क्राइम ब्रांच ने गाड़ी के नंबर और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू की.

डीसीपी गजानन राजमाने के मार्गदर्शन में यूनिट 3 के इंस्पेक्ट विनोद चौधरी और उनकी टीम ने कार का पता लगाया. कार किसी महिला के नाम पर है और वह योगेश की दोस्त है. पुलिस तुरंत अमरावती रवाना हुई और शनिवार शाम को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर नागपुर लाया गया. तीनों का कोई क्रिमिनल रिकार्ड नहीं मिला है. प्रवीण को दिखाई गई पिस्तौल छर्रे वाली एयरगन है. यह तो साफ है कि पूरी योजना के तहत आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया, लेकिन अपहरण और लूटपाट का कारण फिलहाल पता नहीं चल पाया है. देर रात तक पुलिस पूछताछ में जुटी थी.