Kisan Rail
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  • 25 को नहीं होगी रवाना

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नागपुर. टाइमिंग को लेकर अधर में लटकी छिंदवाड़ा-इतवारी-हावड़ा किसान रेल का दूसरा परिचालन टाल दिया गया है. दक्षिण पूर्व मध्य रेल नागपुर मंडल के तहत रवान की जाने वाली ट्रेन अब 25 नवंबर से नहीं चलाई जायेगी. मिली जानकारी के अनुसार, अब 25 नवंबर के बजाय 2 दिसंबर से चलाने की तैयारी की जा रही है.

टाइमिंग है परेशानी

ज्ञात हो कि उक्त किसान रेल का टाइमिंग किसानों और व्यापारियों का जम नहीं रहा. ट्रेन की समय सारिणी बाजार क अनुरूप ना होने से उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है. उक्त ट्रेन छिंदवाड़ा से सुबह 5.30 बजे रवाना की जाती है जबकि मांग है कि इसे शाम को रवाना किया जाये ताकि नागपुर और महाराष्ट्र के अन्य शहरों की मंडियो तक सुबह से पहले माल पहुंच जाये और देर तक स्टोरेज की परेशानी ना हो. इससे फल, सब्जी आदि सड़ने से बच जायेगी.

ऐसे में उन्होंने रेलवे को अपनी परेशानी से अवगत कराया और टाइमिंग बदलने की मांग की. लेकिन रेलवे की ओर से अभी तक इस बारे में कोई बदलाव नहीं किये. ऐसे में छिंदवाड़ा, सौंसर, सावनेर समेत इतवारी और गोंदिया के किसानों और व्यापारियों ने माल बुकिंग को लेकर कोई उत्साह नहीं दिखाया. ऐसे में उचित बुकिंग ना मिलने से ट्रेन का परिचालन घाटे में जाने वाला था. इसी के चलते मंडल प्रशासन ने 25 नवंबर को किसान रेल का रवाना करने की योजना फिलहाल 2 दिसंबर तक स्थगित कर दिया है. 

भंडारा स्टापेज की मांग

वहीं, किसानों की मांग है कि भंडारा में किसान रेल को स्टापेज दिया जायेगा. मंडल प्रबंधन के अनुसार, सौंसर तथा सावनेर क्षेत्र से अधिक मात्रा में संतरे का लदान हेतु रेल अधिकारियों द्वारा किए जा रहे प्रयासों तथा वापसी में हावड़ा से छिंदवाड़ा के दौरान भी अधिक से अधिक माल लदान व ढुलाई बढ़ाने के लिए इस किसान रेल की परिचालन तिथि को आगे बढ़ाया गया है.

ज्ञात हो कि रेलवे की ओर किसान रेल में माल ढुलाई के लिए किसानों और फल व सब्जी व्यापारियों को भाड़े में 50 प्रतिशत की रियायत दी जा रही है. लेकिन पेरिशेबल आइटम होने के कारण इनकी ढुलाई की सही टाइमिंग बहुत जरूरी है. यही वजह है कि अब किसान ही रेलवे की किसान रेल से दूर हो रहे हैं.