Strong rain in the city, water accumulated on the roads
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नागपुर. मंगलवार को हुई मूसलाधार बारिश ने पूरे शहर को जलमग्न कर दिया. शाम में अचानक तेजी से बारिश की शुरूआत हुई बाद में रात भर झिमझिम बरसते रही. भारी बारिश के चलते कई इलाकों में जलभराव होने के साथ-साथ लोगों के घरों में पानी घूस गया. न्यू नंदनवन, सदभावना नगर, चुना भट्टी, यादव नगर चौक, डिप्टी सिग्नल रोड, कलमना, पारडी, हुडकेश्वर, जरीपटका, नरसाला, पुलिस लाइन टाकली समेत अन्य क्षेत्रों में नागरिक जलभराव समेत कई समस्याओं से जूझते रहे. कई इलाकों मे गडर लाइन के जरिए घरों मे पानी घूसा रहा, तो कही सिमेंट रोड की ऊंचाई और ड्रेनेज सिस्टम के अव्यवस्था के चलते घर स्विमिंग पूल में तबदील हो गए. जिससे कई घरों की संपत्तियों को भारी नुकसान हुआ है. 

पानी घ्रूसने से संपत्तीयों का नूकसान 
जरीपटका के दयानंद पार्क के पिछे मूसलाधार बारिश के दौरान करीब 6 घरों में पानी घूस गया. यह पानी प्रशासन द्वारा अधूरे निर्माण कार्य के कारण घूसने का आरोप नागरिकों द्वारा लगाया गया है. सिमेंट रोड का निर्माण किये जाने के बाद पास ही के एक गल्ली में सड़क को खोद पाइप लाइन डालने का काम किया जा रहा है. संबंधित विभाग ने कई दिनों से नाली खोद कर खुली छोड़ दी है. मूसलाधार बारिश में पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों के घरों में पानी घूस गया. लोगों को पानी निकालने के लिए रात भर जागना पडा. 

फिर बह गई नरसाला की सड़कें
मंगलवार को हुई जोरदार बारिश में नरसाला क्षेत्र स्थित प्रभाग क्रमांक 29 की गारगोटी परिसर की सड़के फिर एक बार बह गई. पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण परिसर में बाढ की स्थिति निर्माण हो गई और कुछ ही दिन पहले बनाई गई सड़क पानी में बह गई. हालही में प्रशासन ने लाखों रुपये खर्च कर कच्ची सड़कों पर बजरी डाली थी. जो की बारिश के पानी में बह गई है. दरअसल इस परिसर में एक बड़ा नाला है. नाले के आगे के मार्ग पर एक कॉलोनी बस जाने के कारण बारीश और नाले का पानी बस्तियों में घुस रहा है. पिछले 2 महीनों में परिसर में बाढ  आने की यह चौंथी घटना है. 

घरों को धोकर निकाला
इसके अलावा सदर परिस के मंगलवारी जोन अंतर्गत नाईडू बिल्डिंग के पास नालों की सफाई नहीं होने के कारण घरों में पानी घुस गया. बारिश के पानी ने पूरे घरों को धोकर निकाला. प्रभाग क्रमांक 9 के इस परिसर में नाले की सफाई को लेकर नागरिकों ने मनपा को डेढ माह पहले ही सुचित किया था. कई बार शिकारयत करने के बाद भी एक भी अधिकारी या कर्मचारी नहीं आया. मनपा की लापरवाही के कारण नाले का पानी लोगों के घरों में घुस गया है. इसी के साथ ही घरों में कई प्रकार के जीवजंतूओं निकलने लगे है. यदि जल्द ही व्यवस्था ठीक नहीं की गई तो किसी भी समय बड़ी घटना हो सकती है. 

काम पर लगे कर्मचारी
गडर के ढक्कन पर कचरा जमा हो जाने से कई मुख्य मार्गों पर जलजमाव हो गया था. लेकिन कर्मचारियाें ने इस समस्या को गंभीता से लेते हुए जल्द ही जलजमाव के मुख्य  स्थानों पर पहुंच गडर के ढक्कनों को खोलकर पानी को निकलने दिया. पानी के निकलने तक कर्मचारी वहीं मौजूद रहे.