Dayashankar Tiwari
File Photo

  • वरिष्ठ पार्षद दयाशंकर तिवारी ने की मांग

Loading

नागपुर. कोरोना से निपटने के उद्देश्य से सरकारी निर्देशों के अनुसार भले ही कुछ निजी पैथालाजी लैब को भी टेस्ट की मंजूरी प्रदान की गई हो, लेकिन मनपा के टेस्ट सेंटर और निजी पैथालाजी लैब की टेस्ट रिपोर्ट में लगातार विरोधाभास के मामले उजागर हो रहे हैं. एक ओर सोशल मिडिया पर कोरोना टेस्ट रिपोर्ट को लेकर संभ्रम की स्थिति उत्पन्न की जा रही है, वहीं निजी लैब और अस्पताल की मिलीभगत से लोगों को ठगा जा रहा है. अत: निजी पैथालाजी लैब की धांधली रोकने की मांग वरिष्ठ पार्षद दयाशंकर तिवारी ने मनपा आयुक्त मुंढे से की.

दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें प्रशासन
उन्होंने कहा कि कोरोना-19 के लिए मनपा आयुक्त को सर्वाधिकार दिए गए हैं. इस तरह से उत्पन्न हो रही धांधली को सहज नहीं लिया जाना चाहिए. गंभीरता से लेकर समाज में इन घटनाओं का उद्वेग ना हो, साथ ही घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो, इसके लिए तुरंत प्रभाव से कार्यवाही होनी चाहिए. महाराष्ट्र राज्य के पैथालाजी लैब संचालन की नियमावलि के अनुसार कार्य किए जा रहे है या नहीं, इसकी जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कर प्रशासन पर जनता का विश्वास बनाए रखने की मांग उन्होंने की. उद्हारण देते हुए तिवारी ने कहा कि कन्नमवार नगर में 74 वर्षिय महिला घर में गिरने से आर्थोपैडिक डाक्टर के पास गई थी. जहां उन्हें कोरोना टेस्ट कराने के लिए कहा गया. ध्रुव लैब में जाने के बाद उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आई. किंतु महिला किसी के सम्पर्क में नहीं होने से दूसरी जगह से टेस्ट कराने का निर्णय लिया गया. दूसरी जांच सुविश्वास पैथालाजी लैब से कराई गई. जिसमें रिपोर्ट निगेटिव आई. ऐसे में दो अलग-अलग लैब की रिपोर्ट में विरोधाभास होने से सम्भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है. 

लगातार बढ़ रहा संदेह
दूसरा उद्हारण देते हुए उन्होंने कहा कि हंसापुरी खदान निवासी 40 वर्षीय युवक को स्वास्थ्य की परेशानी होने से उसने सीए रोड पर स्थित तायडे पैथालाजी लैब से कोरोना टेस्ट कराया. जहां उसकी रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई. लेकिन युवक को कोरोना के लक्षण नहीं होने से उसने पुन: टेस्ट कराने का निर्णय लिया. जिसके बाद महानगर पालिका के भालदारपुरा स्वास्थ्य केंद्र से टेस्ट कराया गया. जहां युवक की रिपोर्ट निगेटिव आई. दोंनो घटनाक्रम में निजी लैब की रिपोर्ट से संदेह बढ़ा है. किसी षडयंत्र के तहत इस तरह की घटनाएं उजागर तो नहीं हो रही, इसका संदेह बढ़ने से तुरंत कार्रवाई करने की मांग उन्होंने की.