Vikas Thakre and Anil Ahirkar

  • राकां ने कहा, नागपुर में हो अधिवेशन

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नागपुर. कांग्रेस विधायक विकास ठाकरे ने कोरोना के बढ़ते प्रादुर्भाव के चलते नागपुर में होने वाले शीतकालीन अधिवेशन को रद्द कर उसमें होने वाले खर्च को बेहतर कोविड हास्पिटल बनाने और उसमें मरीजों के इलाज में उपयोग की मांग का एक पत्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखा है. ठाकरे का कहना है कि पिछले वर्ष 6 दिन को नागपुर सत्र में 13 करोड़ रुपये खर्च आया था. बेहतर होगा नागपुर में इस वर्ष शीत सत्र को रद्द कर उसमें होने वाली रकम नागपुर सहित विदर्भ में कोरोना मरीजों के इलाज में खर्च किया जाए.

उन्होंने मानकापुर विभागीय क्रीड़ा संकुल में 1000 बेड वाला जम्बो हास्पिटल बनाने का उल्लेख भी किया है. लेकिन ठीक उसके दूसरे ही दिन राकां के शहर अध्यक्ष अनिल अहिरकर ने विकास की मांग का विरोध करते हुए नागपुर में सत्र के आयोजन की मांग की है. अहिरकर ने कहा है कि नागपुर में शीत सत्र होना ही चाहिए. महाविकास आघाड़ी सरकार में शामिल कांग्रेस और राकां नेताओं की आपस में बन नहीं रही है.

अनके समस्याएं प्रलंबित
अहिरकर ने कहा है कि कांग्रेस विधायक के विचार से राकां सहमत नहीं है. विदर्भ की कई समस्याएं प्रलंबित हैं. किसान, बेरोजगारी, विद्यार्थियों के आनलाइन शिक्षा, स्वास्थ सेवा संबंधी समस्याएं हैं. कोविड के कारण आम जनता को अपनी समस्या मुंबई तक पहुंचाने में अड़चन का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे समय में विदर्भ की समस्याओं के निराकरण के लिए नागपुर में अधिवेशन होना आवश्यक है.

मेयो की अव्यवस्था की हो जांच
उन्होंने कहा कि नागपुर सहित विदर्भ में महामारी का प्रकोप चिंताजनक हालात में पहुंच गया है. मेयो हास्पिटल में अक्षम्य अव्यवस्था, सिटी के हास्पिटलों में मरीजों की लूट, बेड की कमी, भाजपा प्रणीत मनपा की कोविड के संदर्भ में असफलता पर अधिवेशन में चर्चा होना बेहद जरूरी है. सत्र में पूरी सरकार नागपुर आएगी तो कई समस्याओं को निराकरण होगा. अहिरकर ने यह भी मांग की है कि मेयो की अव्यवस्था के लिए जांच समिति का गठन किया जाना चाहिए.