• एक ने मेडिकल हॉस्पिटल में, तो दूसरे ने घर में की आत्महत्या

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नागपुर. नागपुर शहर में कोरोना अब रौद्र रूप धारण कर रहा है़ं लोगों के मन में अब कोरोना की दहशत निर्माण होने लगी है. असुरक्षा तथा अकेलेपन की भावना संक्रमितों में निर्माण हो गई है. फलस्वरुप नागपुर में कोरोना संक्रमित दो वृद्धों ने डर और खौफ के कारण आत्महत्या करने के मामले सामने आए है़ उपचार के अभाव में मेडिकल के कोविड हॉस्पिटल के तलघर के बाथरूम में कोरोना बाधित मरीज ने ऑक्सीजन के पाइप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

इस घटना से मेडिकल अस्पताल में खलबली मच गई़ वहीं, होम क्वारंटाइन दूसरे एक वृद्ध ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह दोनों घटनाएं सोमवार को अजनी पुलिस थाना सीमा अंतर्गत हुई. एक ही दिन शहर में दो कोरोना संक्रमितों द्वारा आत्महत्या करने की घटना से लोगों के दिलों अब डर सा बैठने लगा हैं. मेडिकल में आत्महत्या करनेवाले मरीज का नाम पुरुषोत्तम आप्पाजी गजभिए (८१) रामबाग, इमामवाड़ा निवासी है, तो होम क्वारंटाइन होते हुए आत्महत्या करनेवाले दूसरे वृद्ध व्यक्ति का नाम वसंत कुटे (६८) बताया गया है़.

अस्पताल में समय पर नहीं मिल रहा उपचार

मेडिकल में भर्ती गजभिए ने २५ मार्च अपनी कोरोना जांच की थी. २६ मार्च को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने से उनको मेडिकल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया. गत चार दिनों से उनकी कोई पूछपरख नहीं कर रहा था़ समय पर इलाज नहीं मिलने से उनकी तकलीफें काफी बढ़ गई थी़ बार-बार वह इलाज की गुहार लगाता रहा, कई बार अकेले में रोते भी था़ धीरे-धीरे वह अपना आत्मविश्वास खोते जा रहा था, उनके मन में भय सा निर्माण होने लगा़ इसका उसके दिलोदिमाग पर काफी परिणाम हुआ.

रंगपंचमी के दिन सोमवार की शाम 6 बजे के आसपास  कोविड हॉस्पिटल के तलघर के बाथरूम में गए. उनके हाथ में ऑक्सीजन और सलाइन के पाइप लगे हुए थे, जिसे उन्होंने अपने गले में लपेटकर बाथरूम के एग्जॉस्ट फैन से बांधकर खिंच ली. कुछ देर बाद जब सफाईकर्मी बाथरूम में गए, तो उन्हें दरवाजा अंदर से बंद मिला़ उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय डॉक्टर को दी़ काफी देर तक दरवाजा नहीं खोलने से अस्पताल प्रशासन ने इसकी सूचना अजनी पुलिस को दी़ पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा,तो वहां का नजारा देखकर सब दंग रह गए़  इस घटना से अस्पताल में खलबली मच गई.

सुरक्षा पर उठ रहे सवाल

जब मृतक हाथों में ऑक्सीजन और सलाइन के पाइप के साथ ट्राम सेंटर के कोविड वार्ड से बाहर निकला तो उस वृद्ध को न तो किसी ने टोका और न ही किसी ने पूछताछ की़ आखिर कोविड सेंटर के रूम से मरीज अकेले ही बाहर कैसे निकला, इस बात को लेकर वहां की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल उठ रहे है़ ऐसा होते हुए वहां के सुरक्षा गार्ड क्या कर रहे थे यह भी एक प्रश्न यहां उठ रहा है़

होम क्वारंटाइन मरीज ने घर में लगाई फांसी

दूसरे कोरोना बाधित वृद्ध ने होम क्वारंटाइन रहते हुए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह घटना भी अजनी पुलिस थाना अंतर्गत हुई. ८५ प्लॉट परिसर में रहनेवाले ६८ वर्षीय वसंत कुटे ने भी बीमारी से त्रस्त होकर फांसी लगा ली. कोरोना जांच के बाद २६ मार्च को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई.वे होम क्वारंटाइन ही थे. इसी बीच उनको किडनी स्टोन की भी तकलीफ होने लगी. पिछले दो दिनों से उनको काफी तकलीफ हो रही थी़ दर्द और तकलीफ असहनीय होने से उन्होंने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, ऐसी संभावना मृतक के परिजनों ने व्यक्त की. ऐसी जानकारी अजनी थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय चौधरी ने दी.