Rail freight dispute: Karnataka, Maharashtra, Kerala are not paying for travel of migrants

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नागपुर. कोरोना वायरस की दूसरी लहर से परेशान राज्य सरकार ने दिल्ली, गुजरात, राजस्थान और गोवा से आने वाले यात्रियों की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है. इसी के तहत नागपुर स्टेशन पर भी मंडल रेल प्रबंधन और महानगरपालिका प्रशासन द्वारा दोबारा कड़ी जांच की तैयारी कर ली है.

मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को उपरोक्त राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए निकासी द्वार ही जांच केन्द्र बनाया गया है. हर यात्री को अपनी आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट दिखानी होगी. जिन यात्रियों के पास यह रिपोर्ट नहीं होगी, तुरंत ही एंटीजन टेस्ट किया जायेगा. कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही यात्रियों को घर भेजा जायेगा. यदि रिपोर्ट में असिम्प्टेमेटिक पॉजिटिव भी आया तो यात्री को सीधे मनपा कोरोना हॉस्पिटल या क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया जायेगा.

उपलब्ध रहेगी एंबुलेंस

मिली जानकारी के अनुसार, उक्त जांच केन्द्र की जिम्मेदारी मनपा प्रशासन संभालेगा. यहां डॉक्टर से लेकर अन्य पूरा स्टाफ और जरूरी मेडिकल सामग्री मनपा द्वारा ही उपलब्ध कराई जायेगी. इस दौरान एक एंबुलेंस भी 24 घंटे स्टेशन पर तैनात रहेगी.

RPF ने भी कसी कमर

उधर लॉकडाउन के बाद एक बार फिर रेलवे सुरक्षा बल को कोरोना योद्धा के तौर पर स्टेशन परिसर में फ्रंट लाइन पर मौजूद रहना होगा. मंडल सुरक्षा आयुक्त आशुतोष पांडेय के मार्गदर्शन में आरपीएफ जवान यात्रियों की आवाजाही की व्यवस्था देखेंगे. प्रवेश द्वार पर स्टेशन के भीतर जाने वाले यात्रियों के साथ मुख्य तौर पर नागपुर में उतरने वाले यात्रियों की निकासी तक कड़ी नजर रखी जायेगी. ज्ञात हो कि कोरोना की पहली लहर में कई आरपीएफ जवान कोरोना पॉजिटिव हुए थे. ऐसे में डीएससी पांडेय द्वारा अपने जवानों को भी पूरी सावधानी बरतने के निर्देश दिये गये हैं.