डरने से नहीं, सतर्कता से भागेगा कोरोना वायरस – और बढ़ेगी मरीजों की संख्या, खुद का करना होगा बचाव

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नागपुर. सिटी में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. देखते ही देखते आंकड़ा 500 के पार हो गया है. जून और जुलाई में मरीजों का ग्राफ इसी तरह तेजी से बढ़ेगा. यह बात अच्छी है कि अधिकांश मरीजों में लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं. सामान्य मरीजों की तरह होने से वायरस से लड़ने में मदद मिल रही है. रिकवरी रेट अधिक होने की भी यही वजह है. फिलहाल कोरोना से घबराने की नहीं, बल्कि सतर्कता बरतने की जरूरत है.

कोरोना के बढ़ते आंकड़ों से एक बार फिर लोगों में दहशत का माहौल है. हर दिन नये-नये क्षेत्रों से मरीज मिल रहे हैं. संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वालों की चेन बढ़ती जा रही है. यह सिलसिला अगले कुछ महीनों तक जारी रहेगा. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. बल्कि खुद को बचाने की जरूरत है. एम्स की डायरेक्टर डॉ. विभा दत्ता मानती हैं कि शुरुआत में लोगों ने लॉकडाउन का मुस्तैदी से पालन किया. लेकिन जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है, लोगों की सतर्कता कुछ हद तक कम हो रही है. इसी का नतीजा है कि मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. वैसे देखा जाए तो यह संख्या अगले महीने और बढ़ेगी, लेकिन इससे डरने की जरूरत नहीं है. मरीजों की संख्या में कमी कब आएगी, यह कहा नहीं जा सकता. लेकिन खुद को बचाने के लिए उपाय किए जा सकते हैं.

नियमों का पालन ही अनिवार्य
डॉ. दत्ता मानती हैं कि बार-बार हाथ धोना, मास्क लगाना और सैनिटाइजर का उपायोग करने से कोरोना वायरस से लड़ा जा सकता है. यह अच्छी बात है कि पॉजिटिव लोगों में लक्षण नहीं दिख रहे हैं. लेकिन कई बार यही लोग अन्य लोगों के लिए मुश्किल पैदा कर सकते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि वे संक्रमित नहीं हुए हैं. शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय व अस्पलात के वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. अविनाश गावंडे मानते हैं कि लोगों को डरने की बिलकुल भी जरूरत नहीं है, क्योंकि प्रशासनिक स्तर पर सभी तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. बस लोगों को सावधान रहना जरूरी है. सावधानी नहीं बरतने का ही नतीजा है कि आज मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है. अधिकांश मरीजों में लक्षण नहीं मिल रहे हैं. इसका मतलब साफ है कि इन लोगों में प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है. यह इलाज करने वाले डॉक्टरों के लिए भी अच्छे संकेत हैं.

कोट

कोरोना से डरने की बजाय सतर्कता बरतना जरूरी है. नियमों का पालन करें, क्योंकि जरा-सी लापरवाही भारी पड़ सकती है. लोगों की सावधानी से ही वायरस को दूर किया जा सकता है.- डॉ. विभा दत्ता, संचालक एम्स

 

संपर्क में आने वालों की वजह से ही बीमारी तेजी से फैल रही है. यदि सतर्कता बरतें तो कोरोना का वायरस करीब में भी नहीं आएगा. इम्युनिटी क्षमता को बेहतर बनाने के लिए भोजन सहित व्यायाम पर ध्यान देना आवश्यक है.-डॉ. अविनाश गावंडे, वैद्यकीय अधीक्षक मेडिकल