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    नागपुर. मेट्रो सिटी नागपुर में बस स्टैंड भी मेट्रो जैसी सुविधाओं वाला होना चाहिए. जिम्मेदारों को देखना चाहिए कि मेट्रो सिटी के बस स्टैंड की क्या हालत है. वहीं दूसरे मेट्रों सिटी के बस स्टैंड कैसे हैं? मोर भवन बस स्टैंड में जहां आज तक मूलभूत सुविधाओं को भी नहीं ठीक किया तो वहीं दूसरी ओर बस स्टैंड को हाईटेक बनाने के लिए कई बार कागजों में प्लानिंग भी हुई, फिर भी उस पर अमल नहीं कराया गया.

    जिससे बस स्टैंड की हालत दिन-ब-दिन खराब होते चली गई. लोगों को कहना हैं कि सिटी का मेन बस स्टैंड होने के कारण इसकी सुविधाएं मेट्रो की तर्ज पर ही हाईटेक होनी चाहिए. मोर भवन को मोर सुविधाएं मिलनी चाहिए, ताकि यह सिटी का मॉडल बस स्टैंड बन सकें. 

     इन सुविधाओं से बन सकते हैं मॉडल

    मोर भवन बस स्टैंड को आधुनिक बस स्टैंड बनाने की जरूरत है. इसके लिए बस स्टैंड में फूड प्लाजा/एसी कैंटीन के साथ ही एसी वेटिंग हाल, पैसेंजर डोरमिट्री, बस प्लेटफार्म, टूरिस्ट इन्फार्मेशन सेंटर, वाटर प्यूरीफायर, मॉर्डन टॉयलेट के साथ ही चालक-परिचालक के लिए विश्राम गृह आदि सुविधाएं मिलनी चाहिए. यात्रियों के मनोरंजन का भी ख्याल रखा जाएगा, जिसके लिए टीवी आदि की व्यवस्था की जाए. सूचना तंत्र को मजबूत करने के लिए डिसप्ले बोर्ड के साथ आधुनिक अनाउंसमेंट सिस्टम लगाएं.

    पार्किंग के लिए हो बेहतर हो व्यवस्था

    मोर भवन बस स्टैंड के सामने पार्किंग की सबसे बड़ी समस्या है. टैक्सी आदि के लिए पार्किंग की अलग से व्यवस्था करनी चाहिए. इसके लिए अंडर ग्राउंड पार्किंग की व्यवस्था बनाई जा सकती है. दिल्ली की तर्ज पर इसे डेवलेप किया जा सकता है. मोर भवन बस स्टैंड ऑटो वालों के कब्जों से ही बाहर नहीं आ पा रहा है. यहां यात्रियों को छोड़ने आने वाले परिजनों के लिए भी वाहन रखने की समस्या है. 

    जनप्रतिनिधियों को लेनी होगी जिम्मेदारी

    मेट्रो सिटी नागपुर के बस स्टैंड की हालत को सुधारने के लिए यहां के जनप्रतिनिधियों को ही जिम्मेदारी लेनी होगी. 10 से ज्यादा विधायक होने के बावजूद अब तक किसी भी विधायक ने मोर भवन बस स्टैंड को हाईटेक बनाने कि दिशा में पहल नहीं की है. वहीं यहां के नगर सेवकों और अन्य नेताओं ने भी इस पर कभी ध्यान नहीं दिया. मनपा और एसटी भी केवल कमाई करने में लगी है. यात्रियों की सुविधाओं से इन्हें भी कोई सरोकार नहीं है.