plot
File Photo

Loading

नागपुर. शहर वािसयों ने प्रॉपर्टी में इनवेस्टमेंट की दृष्टि से शहर के सभी हिस्सों में प्लॉट खरीदकर छोड़ दिए हैं लेकिन समय के साथ ये प्लॉट कई मुसीबतों के घर बने हुए हैं. इन प्लाटों के ही बीचों-बीच मकान बनाकर रहने वालों के लिए खाली प्लॉट कई तरह की परेशानी का सबब बने हुए हैं. 

सिटी के भीतर ऐसे सैकड़ों संख्या में प्लॉट मौजूद हैं जिनके मािलकों का कई-कई सालों से पता नहीं है. यदि इनका कोई मालिक मिलता भी है तो वह इनकी कीमत इतनी रख देता है कि कई-कई सालों से ग्राहक के इंतजार में ये प्लॉट ऐसे ही पड़े हुए हैं. नागपुर सिटी के चारों तरफ खेती से खरीदकर बसाहत में बदली गई जमीनों पर खाली प्लॉटों की संख्या बढ़ती ही जा रही है.

इनमें नागपुर सिटी का दक्षिणी हिस्सा बेसा व बेलतरोड़ी रोड, हुड़केश्वर रोड, पूर्व में वाठोड़ा, सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी का हिस्सा, कापसी भंडारा रोड, कलमना भरतपुर रोड, पुराना कामठी रोड, उत्तर में वांजरा-वांजरी, उप्प्लवाड़ी, नारी, नारा, गोधनी रोड, पश्चिमी हिस्से में गोरेवाड़ा, काटोल रोड, बोरगांव, हजारी पहाड़, लाव्हा, हिंगना रोड, उत्त्र पश्चिम में सोनेगांव, जयताला आदि के कई लेआउट शामिल हैं. इन सभी क्षेत्रों में शहर के कई संपन्न लोगों ने अपने प्लॉट खरीदकर उन्हें महंगा होने तक के लिए छोड़ दिए हैं. 

महीनों से किटनाशक दवाओं का छिड़काव नहीं 

शहर के भीतर खाली भूखंड गंदगी के ठिकाने बन चुके हैं. जो बस्ती जिकनी घनी है वहां के प्लॉट में गंदा पानी भरने और गंदगी डंप होने की समस्या उतनी ही ज्यादा है. बरसात का पानी यहां भरने से झाड़-झंखाड़ों का जाल बन गया है. इनमें कई जीव-जंतु रह रहे हैं. ये मच्छरों के बड़े ठिकाने हैं. नागपुर मनपा की हद से लगे हुए इलाको में तो खाली भूखंडों ने रहवासियों की नाक पर दम कर रखा है. ये खाली प्लॉट सुअरों के लिए अभयारण्य जैसे हैं. 

भूखंड मालिकों पर कार्रवाई की मांग

मनपा ने पिछले साल निवेश के नाम पर खाली भूखंड छोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी. कइयों पर जुर्माना लगाया था और कई भूखंड जब्त किए थे. आज शहर के जो नागरिक खाली भूखंडों की समस्या से परेशान हैं ऐसे नागरिकों ने भूखंड मालिकों पर कार्रवाई करने की मांग की है.

NMC-NIT के भूखंड भी गंदगी के ठिकाने

शहर के सभी इलाकों में मनपा और नागपुर सुधार प्रन्यास के कई भूखंड गंदगी के ठिकाने बने हुए हैं. इसके अलावा कई अन्य शासकीय संस्थाओं, निजी मालकियत के बड़े प्लॉटों पर भी सालों-साल से गंदगी भरी पड़ी है. या तो इन पर बरसात के पानी से दलदल बन गई है या फिर लोगों ने इन पर अवैध कब्जा जमाया हुआ है.