- दिल्ली, मुंबई की टीम ने संभाली कमान
- नागपुर टीम को किया दरकिनार
नागपुर. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के कारोबारी पार्टनरों के खिलाफ जमकर कार्रवाई की गई है. एक बड़े सीए के साथ-साथ 2 अन्य सीए के खिलाफ भी कार्रवाई होने की जानकारी सामने आ रही है. अधिकारियों का मुख्य मुकाम परसोडी स्थित आईटी कंपनी ही रही. आईटी कंपनी में रात 12 बजे तक दस्ता डटा रहा. बताया जाता है कि कंपनी में एक बड़े भाजपा नेता की भी अच्छी खासी हिस्सेदारी है इसलिए इस कंपनी को मुख्य रूप से ईडी के अधिकारियों ने टारगेट किया.
सूत्रों ने बताया कि सागर भटेवार के तमाम ठिकानों पर कार्रवाई करने के बाद दल उसे लेकर आईटी कंपनी पहुंचा. इसके बाद देर रात तक यहीं पर जमा रहा. भाजपा नेता को भी कुछ क्षण के लिए बुलाया गया लेकिन तत्काल जाने भी दिया गया. लेकिन भटेवार को लेकर अच्छी खासी पूछताछ यहां पर चलती रही. इतना ही नहीं, पागलखाना चौक स्थित बड़े चार्टर्ड अकाउंटेंट के साथ-साथ 2 अन्य चार्टर्ड एकाउंटेंटों को भी दिनभर बुलाकर रखा गया और उनके प्रतिष्ठानों की छानबीन की गई.
नागपुर के अधिकारियों को रखा अलग
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली से आए अधिकारी ने जानबूझकर नागपुर कार्यालय को बहुत अधिक तरजीह नहीं दी. छापेमारी के लिए दिल्ली और मुंबई से 17-18 अधिकारियों का दल आया. इन अधिकारियों ने नागपुर के उप निदेशक तक को इस कार्रवाई में शामिल नहीं कर बहुत स्पष्ट संकेत देने का काम किया है.
वे नहीं चाहते थे कि कोई भी खबर बाहर लीक हो इसलिए 24 जिलों के ईडी प्रमुख को भी अभियान में शामिल नहीं होने दिया गया. मुंबई, दिल्ली के अधिकारियों ने अपने साथ नीचे के 7-8 अधिकारियों को ले गए. वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल नहीं किए जाने से भी मार्केट में चर्चा गर्म हो गई है.