Eknath Nimgade Murder Case

  • सफेलकर ने लिए 3 शेष ने लिए 2 करोड़

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नागपुर. आर्किटेक्ट एकनाथ नीमगड़े की हत्या करने के लिए रणजीत सफेलकर और कालू हाटे ने उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के सुपारी किलर बाबा पीओपी को नागपुर में बुलाया था़ बाबा, राजा और परवेज ने दुपहिया पर आकर नीमगड़े पर गोलियां चलाई थी. और तीनों कामठी की ओर भाग गए थे. दुपहिया को ठिकाने लगा दिया गया था. बाबा को नागपुर पुलिस ने छिंदवाड़ा कारागृह से एक मामले में हिरासत में लिया है.

जानकारी अनुसार आर्किटेक्ट एकनाथ नीमगड़े की वर्धा मार्ग पर एयरपोर्ट समीप 200 करोड़ कीमत की साढ़े 5 एकड़ जमीन है. उस जमीन पर कईयों की निगाहें थी. उसी वजह से नीमगड़े की हत्या करने के लिए एक ‘बड़े सेठ’ ने श्रीराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणजीत सफेलकर को 5 करोड़ की सुपारी दी थी़.

उसका दाहिना हाथ समझे जानेवाले शरद ऊर्फ कालू हाटे, नवाब ऊर्फ नब्बू छोटेसाहब अशरफी, शाहबाज, राजा ऊर्फ पीओपी, बाबा, परवेज, फिरोज, मुश्‍ताक ऊर्फ मुशू छोटेसाहब अशरफी और अफसर इन गुंडों की टोली का चयन किया गया. जुलाई 2016 में एडवांस के तौर पर 20 लाख रुपए दिए गए. केवल 20 लाख रुपए देने से टोली नाराज थी. एक माह तक यह लोग केवल शराब और पार्टियां ही कर रही थी. रणजीत ने इनकी एक मीटिंग ली तो इन लोगों ने और पैसों की मांग की. इस पर रणजीत ने तुरंत एक करोड़ और दिए. फिर एक माह तक रेकी करने के बाद 6 सितंबर को सुबह नीमगड़े की हत्या कर दी गई.

5 पिस्तौल की हुई थी व्यवस्था

नीमगड़े हत्याकांड को अंजाम देने के लिए सफेलकर ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से 5 पिस्तौल खरीदी थीं. हत्याकांड का नियोजन पूरे 15 लोगों ने किया था. उसमें एक माह तक रेकी तो कुछ दिनों तक नीमगड़े के मार्ग का अभ्यास किया गया. जिस पिस्तौल से नीमगड़े पर गोलियां दागी गई थी उसे पुलिस ने जब्त कर लिया है. सफेलकर ने संगठित अपराधिक तरीके से करोड़ों की आय अर्जित करने की बात सामने आ रही है.