14 migrant laborers killed in Maharashtra by freight train
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  • 51 मिनट तक की देरी से चल रही यात्री ट्रेनें

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नागपुर. देश में कुछ ट्रेनों के नाम लेटलतीफी के नाम रिकार्ड दर्ज है. खास बात है कि पहले रेलवे द्वारा ट्रैक पर भारी लोड होने के चलते लेटलतीफी की दुहाई की जाती थी लेकिन आज जब देश में मात्र 230 यात्री ट्रेनें और कुछ श्रमिक स्पेशल ट्रेनें दौड़ रही हैं. ऐसे में ना तो पटरियों पर पहले जैसे हजारों यात्री ट्रेनों का दबाव है और ना ही अधिक मालगाडियों के कारण परिचालन में ट्राफिक जाम जैसी स्थिति, बावजूद इसके ट्रेनों की लेटलतीफी का आलम जारी है. 1 जून से शुरू की गई 200 स्पेशल ट्रेनों में से 14 ट्रेनें नागपुर होकर गुजरती है. पिछले एक सप्ताह में इनमें से कुछ ही ट्रेनें समय से चली हैं जबकि अधिकांश 2 से 51 मिनट तक कर देरी से पहुंची.

जैसी पहले थी, अब भी वैसी ही स्थिति
इनमें से ट्रेन 02791/02792 सिकंदराबाद-दानापुर-सिकंदराबाद स्पेशल ट्रेन के 2 जून से लेकर शनिवार तक हर दिन लेट ही पहुंची है. इनमें सबसे कम 3 मिनट तो सबसे अधिक 51 मिनट की देरी रही. इसके अलावा ट्रेन 02295 बंगलुरू-दानापुर संघमित्रा स्पेशल का भी यही हाल है. उक्त ट्रेन अभी तक 4 दिन नागपुर पहुंची है और चारों ही दिन 10 से 19 की मिनट की देरी से आई. लाकडाउन से पहले भी ये ट्रेनें पूरे वर्ष ही देरी से चलने के लिए पहचानी जाती थी. ऐसा ही नजारा 02833/02834 अहमदाबाद-हावड़ा-अहमदाबाद स्पेशल का भी है. ये ट्रेनें 2 से 43 मिनट तक देरी से आई है. वहीं, 02723 हैदराबाद-दिल्ली तेलंगाना स्पेशल भी 2 जून से शनिवार तक कभी समय पर नहीं पहुंची है. उक्त ट्रेन सर्वाधि 39 मिनट की देरी से चली जबकि शनिवार को 37 मिनट की देरी से नागपुर पहुंची.

यात्रियों हो रहे परेशान
कोरोना संक्रमण के प्रति सावधानियों को देखते हुए रेलवे ने यात्रियों को 90 मिनट पहले स्टेशन बुलाया जा रहा है. ऐसे में ट्रेनों की लेटलतीफी उन्हें अधिक परेशान करने वाली है. पहले यात्री ट्रेनों के लाइव स्टेटस के हिसाब से स्टेशन पहुंचते थे जिससे उन्हें सहुलियत होती थी. लेकिन अब 90 मिनट तक स्टेशन के बाहर और फिर ट्रेन के इंतजार में प्लेटफार्म पर खड़े-खड़े यात्रियों की हालत खराब हो जाती है.