murder

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नागपुर. नंदनवन झोपड़पट्टी परिसर में 3 दोस्तों ने मिलकर अपराधी को मौत के घाट उतार दिया. बताया जाता है कि पैसे चोरी करने को लेकर विवाद हुआ था. चारों ने पहले जमकर शराब पी. नशा होते ही तीनों आरोपी साथी से चोरी के बारे में पूछताछ करने लगे. इस बात पर विवाद शुरू हुआ. फावड़े के डंडे और हथियारों से तीनों आरोपियों ने उसपर कई वार किए और जगह पर ही ढेर कर दिया. इसके बाद तीनों आरोपी खुद थाने पहुंचे और पुलिस को हत्या की जानकारी दी. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया.

पकड़े गए आरोपियों में नंदनवन झोपड़पट्टी गली नंबर 5 निवासी संतोष सुभाष येवले (30), अशोक शामराव गोंधुले (25) और उमेश शामराव शेंडे (30) का समावेश है. तीनों का भी पुराना आपराधिक रिकार्ड है. मृतक खरबी निवासी सुनील उर्फ नव्वा ज्ञानेश्वर शेंडे (30) भी हत्या के मामले में आरोपी रह चुका है. उस पर भी आपराधिक मामले दर्ज हैं.

अस्पताल के काउंटर से चोरी किए थे रुपये
शनिवार को संतोष के पेट में दर्द होने के कारण वह निजी अस्पताल में गया था. साथ में सुनील भी गया था. संतोष का उपचार जारी था. इसी दौरान सुनील ने अस्पताल के काउंटर से 2000 रुपये चोरी कर लिए और फरार हो गया. वहां की नर्स ने सुनील को देख लिया था. उसने संतोष को इस बारे में बताया. सुनील की हरकत से वह आग बबूला हो गया. अस्पताल से छुट्टी लेकर संतोष घर चला गया. रविवार की रात उसने अपने घर में पार्टी आयोजित की और सुनील को बुलाया. अशोक और उमेश पहले से ही वहां मौजूद थे. रात 12 बजे तक चारों ने जमकर शराब पी. इसके बाद संतोष ने सुनील से अस्पताल में चोरी के बारे में पूछा. सुनील मुकर गया और दोनों के बीच विवाद हो गया. अशोक और उमेश भी संतोष के साथ मिल गए.

हथियारों से गोदा शरीर
तीनों ने फावड़े के डंडे और धारदार हथियार से संतोष पर हमला कर दिया. उसे मौत के घाट उतारने के बाद भी आरोपी घर में ही बैठे रहे. शव के पास बैठकर तीनों ने फिर शराब पी. रात 2 बजे के दौरान तीनों आरोपी खुद नंदनवन पुलिस स्टेशन पहुंच गए. पुलिस को हत्या की जानकारी दी. पुलिस भी सकते में आ गई. तीनों को घटनास्थल पर ले जाया गया. आला अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई. पंचनामा कर सुनील का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं. सुनील पर हत्या का मामला दर्ज होने के कारण वह अन्य 3 को दबाने की कोशिश करता था. वह अस्पताल में चोरी करने की बात स्वीकार नहीं कर रहा था इसीलिए संतोष और उसका विवाद हुआ.