Kalamna Market Filthiness

  • संचालक मंडल की अनदेखी
  • व्यापारी, किसान और मजदूर वर्ग परेशान

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नागपुर. एशिया के सबसे बड़े कलमना मार्केट के हाल इन दिनों बद से बदतर बने हुए हैं. मार्केट जितना बाहर से विशाल और सुंदर दिखता है, उतना ही अंदर से गंदगी और अव्यवस्था से भरा पड़ा है. मार्केट के हर यार्ड के पास गंदगी बजबजा रही है. गंदगी का आलम देखकर ऐसा लगता है कि यहां पर महीनों सफाई नहीं होती. जगह-जगह गटर लाइन चोक होने से गंदा पानी बहते रहता है. गंदगी के चलते बढ़ते सुअरों की फौज के कारण यहां आने वाले व्यापारी, किसान और मजदूर वर्ग को बीमारी का डर सता रहा है.

कई वर्षों से चोक गटर लाइनों को ठीक नहीं किये और आने वाले माल की गंदगी को साफ नहीं किये जाने के चलते जगह-जगह कचरे के ढेर बन गये हैं. इस गंदगी की वजह से इतनी तीव्र बदबू उठती है कि वहां से निकलना तक मुश्किल हो जाता है. बाथरूम की हालत तो इतनी खराब है कि यहां जाने के लिए भी विचार करना पड़ता है. वहीं इसके बाहर वाले गटर से पानी सड़कों पर बहता रहता है. इतना अधिक अव्यवस्था का आलम होने के बावजूद मार्केट के संचालक मंडल की कुंभकर्णी नींद नहीं खुल रही है. बजबजाती गंदगी में आड़तियों, किसानों, मजदूरों और व्यापारियों का काम करना मुश्किल होते जा रहा है.

बन गया समस्याओं का बाजार

विशाल बाजार की ऐसी दुर्गति पर व्यापारी कहते हैं कि बाजार में कई-कई दिन सफाई नहीं होती. गटर लाइन तो वर्षों से चोक है. इसके कारण गंदा पानी सड़कों पर बहता है. ऐसे गंदे पानी के बीच में किसानों, व्यापारियों और मजदूरों को काम करना पड़ता है. गंदगी का आलम इतना अधिक बढ़ गया है कि बिना नाक पर रूमाल रखे यहां से कोई निकल नहीं सकता. यहां बने टॉयलेट की कभी सफाई नहीं होती. इसके चलते यहां पर व्यापारी जा भी नहीं सकते. संचालक मंडल द्वारा ध्यान नहीं दिये जाने के चलते मंडी के हाल-बेहाल हो गये हैं. आज यह सुविधाजनक नहीं अपितु समस्याओं का बाजार बन गया है. इस तरह से एपीएमसी प्रशासन यहां के लोगों को बीमारी के आगे धकेल रहा है. व्यापारियों से करोड़ों का सेस वसूलने के बाद भी सुविधा के नाम पर कुछ नहीं दिया जा रहा है. 

व्यापारियों में बढ़ रहा रोष

बढ़ते अव्यवस्था के आलम और गंदगी के चलते व्यापारियों, किसानों और मजदूर वर्ग में एपीएमसी प्रशासन के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है. वहीं गडर लाइन ढक्कन भी पूरी तरह से टूट चुके हैं. इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है. गडर खुले होने के चलते कोई भी दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है. मार्केट में अब तक कोई स्वच्छता अभियान तो दूर-दूर तक नजर नहीं आता.