Nagpur ST Bus Stand
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    नागपुर. अनलॉक की कड़ी में एसटी बस स्टैंड में शुक्रवार से एक और राहत मिलेगी. अब मध्य प्रदेश को छोड़ सभी जगह जाने वाली बसों को अनलॉक किया जा रहा है जिनमें मुंबई, पुणे समेत पूरे महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़, तेलंगाना व आंध्र प्रदेश में भी एसटी बसों की सेवा शुरू की जा रही है. एसटी बस स्टैंड के मैनेजर ने बताया कि शुक्रवार से एसटी बस स्टैंड मैनेजमेंट 90 प्रतिशत ऑपरेशन शुरू कर देगा. यह 15 अप्रैल के बाद लगे लॉकडाउन के बाद शुरू हो रही हैं.

    इससे पहले अनलॉक की प्रक्रिया में बसों को धीरे-धीरे कुछ रूटों के लिए शुरू किया गया था लेकिन अब एसटी से यात्रा पूरी तरह अनलॉक हो रही है. अब यात्रियों को कहीं भी जाने के लिए आसानी से बस सुविधा उपलब्ध हो जाएगी. जिले में कोरोना मरीजों की संख्या कम होने के साथ ही यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही थी. हर रूट के लिए यात्रियों की संख्या बस स्टैंड पर पहुंच रही थी जिसे देखते हुए मैनेजमेंट ने बसों को शुरू करने का निर्णय लिया है. 

    हर मिनट में मिलेगी बस

    एसटी बस स्टैंड से 90 प्रतिशत बसों का संचालन शुक्रवार से शुरू हो रहा है. अब यात्रियों को हर मिनट में बसों की सुविधा एसटी बस स्टैंड से मिलेगी. इसके अलावा छत्तीसगढ़ की 3, तेलंगाना की 2 और आंध्रप्रदेश की 1 बस को भी शुरू किया गया है. यात्रियों को दूसरे राज्यों में जाने के लिए सिर्फ टाइमिंग का इंतजार करना होगा. लेकिन महाराष्ट्र में किसी भी जिले में जाने के लिए यात्रियों को हर वक्त एसटी बसों की सेवा मिल सकेगी. इसके लिए मैनेजमेंट ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है.

    15 अप्रैल से लगा था लॉक

    एसटी बस स्टैंड की पूरी सेवा 15 अप्रैल से लगे लॉकडाउन के बाद से ही बंद कर दी गई थी. उस वक्त केवल जरूरी कार्यों में लगे कर्मचारी और अधिकारियों के लिए ही बसों को शुरू रखा गया था जिसमें केवल 20 बसें ही चल रही थी. इसके बाद जब से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई तब से 25 जून तक अब एसटी की सभी बसों को शुरू कर दिया गया है. एमपी में बसों के आने पर 30 जून तक पाबंदी लगाई गई है जिसके कारण एमपी बसों को नहीं भेजा जा रहा है. इसके अलावा सभी जगह की बसों को शुरू कर दिया गया है.

    यात्रियों का रहेगा इंतजार

    एसटी बस स्टैंड मैनेजमेंट की मानें तो कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद भी यात्रियों की संख्या में उतनी ज्यादा बढ़ोतरी नहीं देखी जा रही है. सभी रूटों पर बसों को शुरू तो कर दिया गया है लेकिन यात्रियों की संख्या ज्यादा मायने रखती है. यात्रियों की कम संख्या में बसों को चलाने में काफी घाटा होगा लेकिन यात्रियों की सुविधा को देखते हुए मैनेजमेंट ने बसों को हर रूट पर भेजने का निर्णय लिया है.