Nitin gadkari on Road

  • पारडी रोड पर जाम, अतिक्रमणकारियों को लगाई फटकार

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नागपुर. पिछले 7 वर्षों से पारडी पुल के निर्माण का कार्य जारी है लेकिन लेटलतीफी ने सारी हदें पार कर दी हैं. उड़ान पुल का कार्य पूरा नहीं हो सका है, वहीं मेट्रो का भी कार्य चल रहा है. जबकि सीमेंट रोड भी बनाया जा रहा है. बारिश के दिन होने से कई जगह पानी जमा हो गया है. सुबह के वक्त ट्रैफिक ज्यादा रहता है. शुक्रवार को ट्रैफिक जाम की समस्या से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी रूबरू हुए. पारडी भवानीनगर में किसी कार्यक्रम में जा रहे गडकरी का काफिला अचानक प्रजापति चौक के पास रुक गया. गाड़ी रुकते ही सभी सुरक्षाकर्मी तत्काल बाहर निकल आए. इतने में गडकरी अपनी गाड़ी से बाहर निकले और ट्रैफिक सुचारु करने में खुद पुलिस की मदद की. इतना ही नहीं, सड़क किनारे जमे अतिक्रमणकारियों को फटकार भी लगाई.

सुबह करीब 11.30 बजे गडकरी का काफिला पारडी की ओर निकला था. भवानीनगर में एक कार्यक्रम में जा रहे थे. उनकी गाड़ी के आगे और पीछे सुरक्षाकर्मियों की गाड़ियां थीं लेकिन जैसे ही पुराने रेलवे फाटक के पास पहुंचने वाले थे, उतने में ही उनके गाड़ी की गति धीमी हो गई. कुछ देर बाद गाड़ी थम गई. वाहनों की कतार के साथ ही सड़क किनारे अतिक्रमणकारियों की भरमार की वजह से जाम जैसी स्थिति बन गई. कुछ देर तक इंतजार करने के बाद गडकरी खुद गाड़ी से उतरे. तभी आसपास तैनात ट्रैफिक पुलिस भी जमा हो गए. पुलिस के साथ ही गडकरी भी ट्रैफिक को सुचारु करने लगे. वहीं आसपास जमे अतिक्रमणकारियों को भी फटकार लगाई. अचानक गडकरी के सड़क पर उतरने के कारण आसपास से गुजर रहे वाहन चालक भी आश्चर्यचकित हो गए. 

अधिकारी सुनते नहीं, ठेकेदार मानते नहीं 

वैसे तो इस पूरे परिसर में सुबह से रात ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति बनी रहती है. कलमना मार्केट से आने और जाने वाले वाहनों की कतार रहती है. पारडी नाका चौक से लेकर पारडी तक तो स्थिति और भी भयंकर है. पुल का कार्य कछुआ गति से चल रहा है. वहीं सीमेंट रोड भी बनाया जा रहा है. इससे पहले भी गडकरी ने सड़क निर्माण कार्य करने वाले विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई थी लेकिन कोई असर नहीं हुआ. सेंट्रल एवेन्यू पर मेट्रो का कार्य चल रहा है.

वहीं भांडेवाड़ी चौक की ओर जाने पर पुल के ढलान का काम शुरू है. दोनों ओर के सर्विस रोड पर ट्रैफिक जाम रहता है. रेलवे फाटक से लेकर चौक पर तो वाहन हिचकोले खाते हुए जाते हैं. इन दिनों कई जगह पानी जमा हो गया है. यही वजह है कि लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इन्हीं दिक्कतों से रूबरू होने के बाद अब गडकरी भी मान गये होंगे कि अधिकारी और ठेकेदारों की मनमानी से देश के अन्य शहरों के ही नहीं, उनकी होम सिटी के नागरिक भी हलाकान हैं.