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  • जिलाधिकारी ने सादगी से मनाने की अपील की

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नागपुर. जिलाधिकारी रविन्द्र ठाकरे ने जिले के नागिरकों को कोरोना महामारी के चलते इस वर्ष गणेशोत्सव सादगी से घरों पर ही मनाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि शहरी भागों को छोड़कर शेष जिले में सार्वजनिक स्वरूप से उत्सव न मनाते हुए घरेलू व सादगी से मनाने का निर्णय लिया गया है.

उन्होंने कहा कि सार्वजनिक गणेशोत्सव के लिए मंडलों को संबंधित महापालिका, स्थानीय प्रशासन से नियमानुसार पूर्व अनुमति लेना आवश्यक होगा. उन्होंने अपील की न्यायालय के आदेश, महापालिका व संबंधित स्थानीय प्रशासन ने मंडलों के लिए जो नीति-नियम निर्धारित किए हैं उसका पालन करना अनिवार्य होगा. गणेश प्रतिमा 4 फुट से ऊंची नहीं होनी चाहिए व घरेलू गणपति की ऊंचाई 2 फुट मर्यादित की गई है. ठाकरे ने कहा कि संभव हो तो घरों में पहले से उपलब्ध धातु, संगमरमर की मूर्ति का पूजन करें. या मिट्टी से बनी प्रतिमा स्थापित करें ताकि विसर्जन घरों में किया जा सके.

अगले वर्ष तक स्थगित हो सकता है विसर्जन
जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए गणेश प्रतिमा विसर्जन अगले वर्ष 2021 के भाद्रपद महीने में आने वाले विसर्जन की तिथि तक स्थगित किया जा सकता है. विसर्जन स्थलों में भीड़ के चलते कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलने का खतरा होगा. उन्होंने सार्वजनिक मंडलों से अपील की कि मंडलों में भीड़ ना हो ऐसी व्यवस्था का पालन करना होगा. सेनिटाइजर, थर्मल स्क्रिनिंग, मास्क के बिना किसी को प्रवेश की इजाजत नहीं दी जा सकेगी. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा. उन्होंने मंडलों से अपील की कि सांस्कृतिक आयोजनों की बजाय रक्तदान शिविर, प्लाज्मा दान आयोजित करें. कोरोना, मलेरिया, डेंगू से बचने की उपाययोजना की जनजागृति करें. 

आनलाइन बिक्री व घरपहुंच सेवा
कलेक्टर ने मूर्ति विक्रेताओं से भी अपील की कि वे संभव हो तो गणेश प्रतिमा की आनलाउन बुकिंग और घरपहुंच सेवा देने की व्यवस्था करें ताकि दूकानों में भीड़ ना हो पाए. दूकानों में कोविड-19 के दिशानिर्देशों को पालन करें. गणेश मंडल दर्शन के लिए आनलाइन सुविधा, केबल नेटवर्क, वेबसाइट व फेसबुक की सुविधा का उपयोग कर सकते हैं. प्रत्यक्ष दर्शन के समय भाविकों में सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन बेहद जरूरी है. नागरिकों से अपील की है कि विसर्जन स्थल पर जाना टालें, और गए भी तो कम से कम समय में विसर्जन कर घर लौटें. घर से आरती कर विसर्जन स्थल पर पहुंचें.