नागपुर. राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार द्वारा राज्य की जनता को हर बार अनेक समस्याओं पर झूठे वादे कर फंसाने का काम किया गया है. ऊर्जामंत्री नितिन राऊत द्वारा बिजली बिल कम नहीं करने के उनके बयान से यह उजागर भी हो गया है. लाकडाउन के दौरान जहां सभी कामधंधे बन्द थे.
लाखों नागरिकों ने केंद्र सरकार द्वारा दिये गये राशन के भरोसे परिवार की भूख मिटाई, लेकिन उस संकट के काल में राज्य की महावितरण ने हर महीने के बिल की अदायगी रकम से 8 से 10 गुना तक अनुमानित बिल भेजा, जिसके विरोध में भाजपा ने आंदोलन किये लेकिन अहंकार से लबालब उद्धव सरकार ने जनता की परवाह नहीं करते हुए किसी भी तरह की सहुलियत नहीं दी. कुछ दिन पूर्व ही पालक मंत्री राज्य ने बिल कम करने संबंधी बयान दिया था.
भाजपा शहराध्यक्ष विधायक प्रवीण दटके ने चेतावनी देते हुए कहा कि बिजली बिलों में कम कर योग्य बिल नागरिकों को भेजे अन्यथा एक बार फिर सड़क पर आंदोलन किया जाएगा.