मॉडल मिल चाल पर चला हथौड़ा, अतिक्रमण दस्ते ने शुरू की तोड़ू कार्रवाई

    Loading

    नागपुर. मॉडल मिल में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए दशकों पूर्व उसी के पास आवासीय चाल का निर्माण किया गया. हालांकि मॉडल मिल तो बंद कर दी गई लेकिन कर्मचारियों की ओर से चाल खाली नहीं की गई. यहां तक कि लंबे समय तक इस चाल को लेकर न्यायिक लड़ाई भी जारी रही. दशकों पूर्व बनी चाल रखरखाव के अभाव में अब पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. किसी भी समय जानमाल का नुकसान होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.

    अत: किसी भी समय होने वाली दुर्घटना को देखते हुए अब मनपा के प्रवर्तन विभाग की ओर से कार्रवाई शुरू की गई. बुधवार को चाल पर अतिक्रमण दस्ते की ओर से हथौड़ा चलाया गया. कार्रवाई के दौरान दस्ते ने 1500 वर्गफुट की 2 इमारतों को ध्वस्त कर दिया गया. कार्रवाई में प्रवर्तन विभाग प्रमुख महेश मोरोणे एवं धंतोली जोन की सहायक आयुक्त किरण बगडे के निर्देशों के अनुसार प्रवर्तन निरीक्षक संजय कांबले, नीलेश सांबारे, श्रीकांत चिमंत्रवार और टीम ने हिस्सा लिया.

    अभी भी हो रहा विरोध

    बताया जाता है कि पूरी चाल पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. यहां तक कि कई कर्मचारियों ने यहां से अपना आवास भी स्थानांतरित कर दिया. किंतु चाल में बने आवास पर अपना अधिकार नहीं छोड़ा है, जबकि कुछ लोग अभी भी यहां बुरी अवस्था में आवास कर रहे हैं. बुधवार को जैसे ही दस्ता कार्रवाई के लिए पहुंचा, हमेशा की तरह दस्ते का विरोध करने का प्रयास किया गया.

    किंतु जर्जर हिस्से से होने वाली दुर्घटना का हवाला देते हुए दस्ते ने कर्मचारियों की मदद से ही लगभग 8 निर्माण कार्यों को तोड़ने की कार्रवाई पूरी कर ली. चूंकि चाल के भीतर जाने के लिए जगह उपलब्ध नहीं है. अत: जेसीबी से तोड़ू कार्रवाई करना भी संभव नहीं है. अत: इसे कर्मचारियों के माध्यम से ही तोड़ने की प्रक्रिया पूरी की जानी है. अब लोगों का पुन: रोष देखते हुए पुलिस बंदोबस्त मिलने के बाद तोड़ू कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया.

    जोन ने जारी किया था नोटिस

    बताया जाता है कि पूरी चाल जर्जर होने के कारण वर्षों पूर्व ही धंतोली जोन की ओर से यहां रह रहे लोगों को नोटिस जारी किया गया था. यहां तक कि उन्हें स्वयं ही जर्जर हिस्सा तोड़ने की हिदायत दी गई थी. इसके अलावा किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर स्वयं जिम्मेदार रहने की चेतावनी भी दी गई थी. इसके बावजूद अब तक जर्जर चाल नहीं तोड़ी गई. इसके उपरांत कई बार स्मरण पत्र भी दिए गए किंतु स्थिति ज्यों की त्यों होने पर बुधवार को कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया.