Anil Deshmukh meets Deepak Sathe's Parents

  • मां के 84 वें जन्मदीन पर सप्राईज देने का था प्लान

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नागपुर. केरल के कोझिकोड में विमान हादसे में नागपुर के वीर पायलट दीपक वसंत साठे की मौत हो गई. गृहमंत्री अनिल देशमुख ने शनिवार को भरतनगर में रह रहे वीर दीपक साठे के माता पिता से मिलने पहुंचे. उन्होंने उनके माता पिता को समझाते हुए सयम रखने के लिए कहा. इस अवसर पर वैमानिक विंग कमांडर दिपक के वृद्ध पिता कर्नल वसंत साठे, मां नीला साठे आदि परिजन उपस्थित थे.

शनिवार को मां नीला साठे के 84वें जन्मीदीन के अवसर पर वे नागपुर आकर उन्हें सरप्राइज देने वाले थे. आखरी बार उनकी मुलाकात मार्च महीने में हुई थी लेकिन माता पिता से वे अक्सर फोन पर बाते करते थे. उनका परिवार काफी बड़ा है. परिवार में पत्नी सुषमा, बहन अंजली साठे-पराशर, बेटा धनंजय, शांतनू, स्नुषा वैभवी रहते है.

पिता ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते बेटे ने उन्हें घर से निकलने के लिए मना किया था. वीर साठे एनडीए में कार्यरत थे. उन्हें एयरफोर्स एकेडमी के प्रतिष्ठित स्वार्ड ऑफ ऑनर और राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा चुका है. शुरुआत से ही वे पढाई के साथ खेलकूद में भी अव्वल रहे. स्क्वॉश और टेबल टेनिस में कोई उनका हाथ नहीं पकड़ सकता था. इसी के साथ उन्हें घूडसवारी भी बहुत पसंदी थी.

कोझीकोड के करिपुर हवाई अड्डे पर विमान उतरने के समय रनवे पर फिसला गया और घाटी में जा गिरा. घाटी में गिरते ही विमान के दो हिस्से हो गए. यह विमान दुबई से कोझिकोड आ रहा था. वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया एक्सप्रेस AXB1344, बोइंग 737 दुबई से कोझीकोड आ रहा था.

दुबई से 184 यात्रियों और 2 पायलट समेत क्रू के 6 सदस्यों को लेकर कोझिकोड पहुंचा एयर इंडिया का विमान रनवे को पार करता हुआ दीवार से टकराया और दो टुकड़ों में बंट गया. हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई. विमान को उन्होंने 2 बार रनवे पर उतारने का प्रयास किया. तीसरे प्रयास में विमान तो रनवे पर उतरा लेकिन फिसलकर दुघर्टना ग्रस्त हो गया. विमान को हादसे से बचाने में पायलट दीपक वसंत साठे का अनुभव काम आया.