- रेस्टोरेंट्स से केवल होम डिलीवरी को अनुमति
नागपुर. अगले महीने से लॉकडाउन में कुछ राहत देने के संकेत राज्य सरकार की ओर से दिए जा रहे हैं पर इससे फिलहाल रेस्टोरेंट बिजनेस को कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही. जिस तरह से संकेत मिल रहे हैं उनके अनुसार पहले चरण में दूकानों को कुछ समय तक खुला रखने की छूट दी जा सकती है.
पहले चरण में होटल, रेस्टोरेंट, मॉल, सिनेमाघरों को शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. कुछ शर्तों के साथ कारोबार दोबारा शुरू होने की संभावना से होटल इडस्ट्री की तो उम्मीद बढ़ गई लेकिन इसी से जुड़ा रेस्टोरेंट बिजनेस निराश नजर आ रहा है. देखा जाए तो शर्तों के साथ होटलों में मेहमानों के रुकने पर अभी भी कोई रोक नहीं है.
किचन भी केवल इन्हीं के लिए शुरू रखा जा सकता है, जबकि रेस्टोरेंट, बार पर पूरी तरह रोक है. केवल होम डिलीवरी की अनुमति दी गई है. उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि अभी गतिविधियां ठप होने से होटलों में कोई रुकने नहीं आ रहा. शहर के 75-80 प्रश होटल बंद है. व्यापारिक गतिविधियां शुरू होती हैं तो धीरे-धीरे अन्य शहरों से आने-जाने वालों की संख्या बढ़ेगी. इससे होटलों के कमरे बुक होने लगेंगे.
भीड़भाड़ को मंजूरी नहीं
सरकार ऐसी किसी गतिविधियों को मंजूरी नहीं देना चाह रही जहां ज्यादा भीड़भाड़ होती हो. फिर चाहे वह मॉल हो रेस्टोरेंट, थिएटर या शादी समारोह. यही वजह है कि रेस्टोरेंट वाले भी उत्साह नहीं दिखा रहे. छत्तीसगढ़ में रायपुर सहित कुछ जिलों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है. रायपुर में शाम 5 बजे तक सभी प्रकार की स्थायी व अस्थायी दूकानों, स्टाल्स, बाजार, मॉल, अनाज मंडी, शोरूम, सलून, ब्यूटी पार्लर आदि शाम 5 बजे तक खुले रहेंगे. वहां भी होटल, रेस्टोरेंट्स से केवल होम डिलीवरी की अनुमति दी गई.
11 बजे तक अनुमित मिले तो ही अच्छा
रेस्टोरेंट्स को शुरू करने की मंजूरी मिलेगी इसकी फिलहाल उम्मीद नजर नहीं आ रही. रात 8 या 9 बजे तक रेस्टोरेंट शुरू रखने की अनुमति दी भी गई तो कोई फायदा नहीं. खाने के लिए लोग रात 9 बजे के बाद ही बाहर निकलते हैं. रात 8 या 9 बजे तक अनुमति नहीं दी गई तो रेस्टोरेंट शुरू करके कोई फायदा नहीं. लंबे समय से बंद चलने के कारण होटल उद्योग को काफी नुकसान हुआ है. सरकार को इनके लिए टैक्स छूट, आसान कर्ज जैसी स्कीम पेश करनी चाहिए.-मिक्की अरोरा, होटल सेंटर पाइंट
बैलेंस करना होगा
वर्तमान में शहर के 80 प्रश होटल बंद हो गए. कारोबारी गतिविधियां शुरू हुई तो धीरे-धीरे कमरे भी बुक होने लगेंगे. जनवरी-फरवरी में मुश्किल से 10-15 प्रश आक्यूपेंसी मिलनी शुरू हुई थी पर रेस्टोरेंट को अनलॉक के पहले चरण में अनुमति मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही. हम भी नहीं कहते हैं कि एक साथ सब शुरू कर दो लेकिन प्रोटोकॉल के साथ कारोबार शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है. – तेजिंदर सिंह रेणु, अध्यक्ष, NRHA