Check cement road construction work, memorandum submitted to CO
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    नागपुर. सिटी में सीमेंट रोड निर्माण का कार्य एक बार फिर थोड़ा गति पकड़ता दिखाई दे रहा है लेकिन अब ठेकेदारों की मनमानी के चलते लेटलतीफी सामने आ रही है. मेडिकल चौक से इमामवाड़ा से होते हुए मोक्षधाम की ओर निकलने वाली सड़कों का सीमेंटीकरण का काम तो महीनों से लटकते-अटकते ही चल रहा है. इसके चलते इस रोड से गुजरने वाले वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

    मेडिकल चौक से जाटटरोड़ी पुलिस चौकी की ओर जाने वाली सड़क का दायीं ओर तो निर्माण हो चुका है लेकिन बायीं ओर का काम कछुआ चाल चल रहा है. वहीं चौकी से ग्रेट नाग रोड की ओर जाने वाला रोड और इसी से जुड़ा हुआ मोक्षधाम की ओर निकलने वाला रोड भी आधा-अधूरा पड़ा हुआ है. 

    बारिश शुरू होने से हो रहीं दिक्कतें

    सीमेंट रोड के कार्य तेजी से पूरा नहीं किया जाने के कारण अब बारिश में दिक्कतें बढ़ गई हैं. पुलिस चौकी की दिशा से जिन लोगों को मोक्षधाम की ओर से बर्डी या कॉटन मार्केट की ओर जाना होता है उन्हें एक गली से डाइवर्ट किया गया है. यह गली दूसरी चौड़ी सड़क पर निकलती है और वहां से चौक की ओर बढ़ती है लेकिन इस रोड का भी सीमेंटीकरण हो रहा है जिसके लिए रोड को उधेड़ दिया गया है.

    वाहन चालकों को इस उधड़े हुए रोड से गुजरना पड़ रहा है. एक साथ इस इलाके की सभी सड़कों का काम शुरू कर दिया गया है और किसी एक को कम्प्लीट नहीं किया गया है. चौकी से रोड ग्रेटनाग रोड की ओर सीधे जाती है और ठीक पहले बायीं ओर भी मुड़ती है. यह रोड तो करीब 2-3 महीने से बंद पड़ी है. अभी तक काम पूरा नहीं किया गया है.

    गली में भारी यातायात से नागरिक परेशान

    मेडिकल की दिशा से और सीताबर्डी और कॉटन मार्केट की दिशा से आने-जाने वाले ट्रैफिक का भारी दबाव इन सड़कों पर होता है. अब कार्य लटके होने के चलते रोड भी बंद हैं और पूरे ट्रैफिक का दबाव गलियों पर आ गया है. दिन के 18 घंटे वाहनों की रेलमपेल के चलते गलियों में रहने वाले नागरिक त्रस्त हो गए हैं. वाहनों के हार्न की आवाजों से लोग परेशान हो गए हैं.

    बारिश का पानी जिन जगहों पर खुदाई की गई है वहां जमा होता है जिससे तो वाहन चालकों को भी दुर्घटना का भय बना रहता है. रोड के मोड़ पर और दो रास्तों को बीच में आईब्लाक्स लगाने का काम शुरू तक नहीं किया गया है जिससे बड़ा हिस्सा गड्ढों से भरा है. यहां दोपहिया वाहन चालकों को गिरने का खतरा बना रहता है. बहुत ही मंद गति से चल रहे कार्य से परिसर के नागरिक परेशान हो गए हैं.