- मनसे ने अति. आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
नागपुर. कोरोना की महामारी के चलते राज्य सरकार की ओर से पूरे राज्य में लॉकडाउन की घोषणा की गई है. राज्य के अनेक शहरों में अधिक संख्या में कोरोना के मरीज मिलने के बाद सरकार की ओर से रेड जोन और नान-रेड जोन में क्षेत्रों को वर्गीकृत भी किया. यहां तक कि सिटी को रेड जोन में दिखाने के बाद अब नए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं. वर्तमान में शहर में कोरोना मरीजों की संख्या 550 के पार गई है. ऐसे में 22 अगस्त से शुरू होने जा रहे गणेशोत्सव को लेकर सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों में संभ्रम की स्थिति है.
अत: इसके लिए तुरंत नियमावली की घोषणा करने की मांग मनसे की शहर इकाई की ओर से की गई. इस संदर्भ में मनपा के अति. आयुक्त राम जोशी को ज्ञापन सौंपा गया. शिष्टमंडल में मनसे प्रदेश महासचिव हेमंत गडकरी और शहर अध्यक्ष विशाल बडगे के मार्गदर्शन में घनश्याम निखाडे, शशांक गिरडे, सुमित वानखेडे, आशीष पांढरे, अन्ना गजभिए, अरविंद सावरकर, राजेन्द्र पुराणिक, राजू पत्राले, अभय व्यवहारे, अंकुश दडवे आदि शामिल थे.
आर्थिक संकट में मूर्तिकार
चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि शहर में लगभग 1,000 से अधिक सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल है. गणेशोत्सव के लिए कई तरह की तैयारियां काफी पहले से शुरू की जाती हैं. यहां तक कि मूर्तिकार भी मई माह से ही इसमें जुट जाते हैं. कोरोना के चलते लॉकडाउन की शर्तों और समयावधि में यदि नियमावली घोषित नहीं की गई तो पहले से बेरोजगारी की कगार पर पहुंचे मूर्तिकारों पर अधिक आर्थिक संकट होगा. यहां तक कि समय पर नियमावली घोषित होने पर लोगों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
उन्होंने कहा कि गणेशोत्सव तक कोरोना का संकट टलने की संभावना दिखाई नहीं दे रही है. ऐसे में यदि समय पर उत्सव पर पाबंदियां लगाई गईं तो मूर्तियों को बनाने और बेचने का संकट खड़ा होगा. संभ्रम की स्थिति होने से कई मूर्तिकारों की ओर से अब तक मूर्तियों का निर्माण तक शुरू नहीं किया गया है. फलस्वरूप 7 दिनों के भीतर नियमावली घोषित करने की मांग उन्होंने की.