नागपुर. राज्य सरकार की ओर से मिशन बिगिन अगेन अंतर्गत न केवल व्यवसायिक गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति प्रदान की गई है, बल्की जिला अंतर्गत और अन्य बसों को भी शुरू करने की अनुमति प्रदान की गई है. एक ओर जहां शहर में कोरोना पर नियंत्रण होने का दावा किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर परिवहन सेवा को दरकिनार किया जा रहा है. जिससे जनता को हो रही परेशानी को देखते हुए तत्काल शहर बस सेवा शुरू करने की मांग कांग्रेस पार्षदों के शिष्टमंडल ने मनपा आयुक्त राधाकृष्णन.बी से की.
बुधवार को पूर्व गुटनेता संदीप सहारे के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने आयुक्त को पत्र भी सौंपा. पार्षद संजय महाकालकर, मनोज संगोले, सतीश होले, दर्शनी धवड, स्नेहा निकोसे आदि उपस्थित थे. शिष्टमंडल ने कहा कि शहर बस सेवा मूलभूत अत्यावश्यक सेवा में शामिल है. जिससे लोगों को यह सेवा उपलब्ध कराना अनिवार्य है.
बेरोजगार बैठे है 3000 कर्मचारी
चर्चा के दौरान बताया कि बस सेवा पूरी तरह ठप होने से जहां 3000 कर्मचारी बेरोजगारी की कगार पर है, वहीं उनके परिजनों के पास दैनिक जरूरतें पूरी करने के लिए पैसे तक नहीं है. 7 माह से बस सेवा बंद होने से चालक और कंडक्टर सहित अन्य कर्मचारियों और परिजनो पर भूखमरी आ गई है.
उन्होंने कहा कि राज्य के कई शहरों में नियमों का पालन करते हुए बस सेवा शुरू की जा चूकी है. यहां तक कि निजी बस सेवाएं भी शुरू हुई है. साथ ही राज्य परिवहन विभाग की बसों का भी संचालन हो रहा है. ऐसे में शहर बस सेवा शुरू करने में किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए.
सामान्य होने लगी स्थिति
शिष्टमंडल ने कहा कि लगातार कोरोना मरीजों की संख्या घटने से शहर की स्थिति सामान्य होने लगी है. सरकार के निर्देशों के अनुसार सरकारी कार्यालयों तथा निजी प्रतिष्ठानों में भी कर्मचारियों की संख्या बढ़ी है. यहां तक कि व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी शुरू हो चूके हैं.
त्यौहारों को देखते हुए लोगों की आवाजाही बढ़ने तो लगी है, किंतु लोगों को बस सेवा नहीं मिलने से मजबूरन अन्य परिवहन के विकल्पों पर ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है. बेवजह लोगों को आर्थिक खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. जनता की तमाम परेशानियों को देखते हुए बस सेवा शुरू करने के लिए संचालन करनेवाली कम्पनियों को तुरंत आदेश देने की मांग भी उन्होंने की.