महावितरण आर्थिक संकट में, बिल की बकाया रकम बढ़ी!

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  • ग्राहकों से की जा रही बिजली बिल भरने की अपील

नागपुर. कोरोना लॉकडाउन के संकट काल से लेकर अब तक महावितरण ने ग्राहकों को नियमित व अखंडित बिजली आपूर्ति की है, लेकिन ग्राहकों पर बिजली बिल की बकाया रकम बढ़ती ही जा रही है. जिसके चलते महावितरण की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. कंपनी के प्रादेशिक संचालक सुहास रंगारी ने ग्राहकों से अपील की है कि वे अपने बिजली बिल जमा कर कंपनी का सहयोग करें. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान नियमित बिजली बिल रीडिंग और बिलों का वितरण करना कंपनी के लिए संभव नहीं था जिसके कारण ग्राहकों ने बिल जमा नहीं किया.

आज महावितरण के राजस्व पर विपरीत असर पड़ा है. संकटकाल में भी महावितरण के कर्मचारी फील्ड पर जाकर ग्राहकों को अबाधित बिजली सेवा सुलभ कराते रहे जिसके कारण ही लॉकडाउन का काल भी नागरिकं का सहज बीता. कोरोना का प्रभाव कम होने पर ग्राहकों द्वारा धीरे-धीरे बिजली बिल जमा करना शुरू किया गया, लेकिन आज भी बिल जमा नहीं करने वालों की संख्या अधिक है जिसका फटका महावितरण पर पड़ा है. 

नहीं काटे कनेक्शन

रंगारी ने कहा कि बिजली बिल का बकाया बढ़ने के बाद भी एक भी ग्राहक का बिजली कनेक्शन काटने की कार्रवाई कंपनी ने नहीं की उलटा ग्राहकों को राहत देने के लिए तीन किश्तों में बिल भरने की सुविधा दी गई. उन्होंने कहा कि ग्राहकों के शंका समाधान के लिए शिविर, प्रत्यक्ष मुलाकात का आयोजन महावितरण द्वारा किया जा रहा है. उसका लाभ ग्राहक उठाएं. बिजली वसूली का प्रयत्न बड़े पैमाने पर कंपनी द्वारा शुरु है. शिविर में बिजली बिल संबंधी शंकाओं व शिकायतों का समाधान किया जा रहा है.

ग्राहकों पर बिल भरने के लिए किसी तरह की जबरदस्ती नहीं की जा रही है. कंपनी की आर्थिक स्थिति बताते हुए ग्राहकों से बिल जमा करने की अपील की जा रही है. शिविरों में कोरोना के नियमों का पालन किया जा रहा है. कर्मचारी हाउसिंग सोसाइटी में जाकर बिल जमा करने की अपील कर रहे हैं. जनप्रतिनिधियों से भेंट कर उनसे भी नागरिकों को इस संदर्भ में सहयोग करने के लिए प्रेरित करने का निवेदन किया जा रहा है.