College students
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  • बीई.फार्मेसी. सेकंड ईयर के लिए 15 तक ही रजिस्ट्रेशन

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नागपुर. एक ओर जहां इंजीनियरिंग,फार्मेसी,डायरेक्ट सेकंड, एमटेक की प्रवेश प्रक्रिया के लिए देरी की गई. वहीं दूसरी ओर रजिस्ट्रेशन के लिए करीब सप्ताह भर का समय दिए जाने से छात्रों की दिक्कतें बढ़ गई हैं. इस बीच शनिवार और रविवार को शासकीय कार्यालय बंद रहने से प्रमाण पत्र बनाने में भी परेशानी आ रही है. छात्रों सहित पालकों ने रजिस्ट्रेशन की समयावधि बढ़ाने की मांग की है.

फिलहाल सीईटी सेल के माध्यम से इंजीनियरिंग, फार्मेसी, डायरेक्ट सेकंड, एमटेक के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है. छात्र पिछले कई दिनों से प्रतीक्षा कर रहे थे. लेकिन प्रशासन ने इस बार कोरोना संकट की वजह से देरी कर दी. हालांकि मराठा आरक्षण पर 20 दिन पहले ही फैसला हो गया था. इसके बाद राज्यभर में 11वीं के रुके हुए केंद्रीय प्रवेश भी शुरू किए गए. लेकिन सीईटी सेल ने इस ‌फैसले के बाद भी वक्त लगाया. इंजीनियरिंग, फार्मेसी और डायरेक्ट सेकंड ईयर के लिए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 15 दिसंबर दी गई है. जबकि 16 दिसंबर तक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होना है.

इस बीच शनिवार और रविवार को अवकाश आ गया, यानी दो दिन कम हो गए. इस बार समूची प्रक्रिया ऑनलाइन होने से एफसी सेंटर पर जाकर वेरिफिकेशन नहीं करना है. छात्रों को सभी दस्तावेज डाउनलोड करना है. कई छात्रों को कास्ट,डोमिसाइल, इनकम सर्टिफिकेट बनाना होता है. इसके लिए तहसील और जिलाधिकारी कार्यालय में जाना होता है. लेकिन दो दिन के अवकाश की वजह से कार्यालय बंद थे. अब 14 और 15 दिसंबर यानी दो दिन ही मिलेगे. यही वजह है कि पालकों सहित छात्रों ने रजिस्ट्रेशन की तिथि बढ़ाने की मांग की है.

जल्दबाजी की क्या जरुरत

पालकों का कहना है कि प्रवेश प्रक्रिया की प्लानिंग के लिए सीईटी सेल को भरपूर वक्त मिला था. लेकिन विविध कारणों से प्रक्रिया को रोक कर रखा गया. अब जब प्रक्रिया शुरू की गई तो समय कम दिया गया है. कोरोना काल में शासकीय कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ काम किया जा रहा है. इस वजह से काम की भी गति धीमी बनी हुई है. यदि छात्र सभी दस्तावेज जमा करने में चूक गए तो फिर सत्र की बर्बादी हो जाएगी. वैसे भी अब तक यह तय नहीं है कि प्रथम वर्ष की परीक्षाएं कब होगी. इस हालत में जल्दबाजी करने की जरुरत ही नहीं है.