Prashant Pawar

  • जय जवान जय किसान संगठन ने की मांग

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नागपुर. जय जवान जय किसान संगठन के अध्यक्ष प्रशांत पवार ने स्मार्ट सिटी प्रकल्प में जो 2 संचालकों की नियुक्ति इंडिपेन्डेंट संचालकों के रुप में की गई है, उसकी जांच की मांग की है. उनका कहना है कि भ्रष्ट्राचारी लोगों को स्मार्ट सिटी प्रकल्प में नहीं लिया जाना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि महापौर के साथ भाजपा कि टीम ने अपने 15 वर्षों के सत्ताकाल में मनपा में हुए कई आर्थिक घोटालों के बाहर आने के भय से मनपा आयुक्त के खिलाफ झूठे आरोप लगाते हुए अभियान चलाया है. लेकिन सिटी की जनता सब जानती है और ईमानदार अधिकारी के साथ है.

उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में भाजपा को शहर की जनता ही सबक सिखाएगी. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के संचालक मंडल की बैठक में मेयर ने जो असत्य आधारित गेम खेला था उसकी पोल भी खुली है. मनपा आयुक्त की सच्चाई ही लोगों के सामने आई है लेकिन सत्ताधारी भाजपाई उसे गलत तरीके से जनता के सामने पेश कर अपना खेल खेल रहे हैं.

सत्य आया सामने
पवार ने कहा कि मु्ख्य सचिव परदेसी ने मुंडे को स्मार्ट सिटी से पदमुक्त हुए रामनाथ सोनवने से पदभार लेने को कहा था और स्मार्ट सिटी प्रकल्प के योजना की ओर ‘लुक आफ्टर’ का आदेश दिया था. किसी कंपनी के सीईओ के पदभार संभालने के बाद लुक आप्टर का अर्थ  उस पद पर काम करने जैसा होता है. लुक आफ्टर का अर्थ कंपनी की जांच या कंपनी के स्वागत कक्ष में खड़ा रहना नहीं होता. मुख्य सचिव द्वारा लुक आफ्टर का आदेश देने का मतलब ही सीईओ पद पर कार्य करना होता है. इसलिए मेयर द्वारा यह कहा जाना कि आयुक्त झूठ बोल रहे हैं यह गलत प्रचार है. जनता सब जानती है.