फाइल फोटो
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नागपुर. ऐलोवेरा और नोनी फल के उत्पाद के नाम पर कई लोगों से करोड़ों की ठगी किये जाने के मामले में एक और चौकाने वाला खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि श्री गोविंदा डेव्हलपर्स एंड इंफ्रास्ट्रक्चर व सुपेरियर एग्रो फार्मिंग एंड कल्टिवेयर्स लिमिटेड कम्पनी के संचालकों ने लोगों को ठग कर वसूला हुआ पैसा अपने भरोसेमंद साथियों के नाम पर निवेश कर रखा हैं. बावजूद इसके तीनों आरोपी खुले आम घुम रहे है, जो कि हैरानी वाली बात है

. इस मामले में विजय आनंदराव शेलके (५०), निश्चय आनंदराव शेलके (५८) व महेंद्र उर्फ राजू तुलशीराम गवई आर्थिक शाखा पुलिस हिरासत में है. गुरुवार की इनकी पुलिस हिरासत समाप्त होने वाली है. तीनों को न्यायालय में पेश किया जाएगा. इस दौरान मामले में कई खुलासे होने की संभावना जताते हुए न्यायालय से पुलिस हिरासत बढाने की मांग की जाएगी.

प्राप्त जानकारी के अनुसार तीनों ने खेती के अलावा उमरेड मार्ग पर रामदासपेठ पिपरी के नाम टाउनशीप योजना प्रस्तूत की. करीब 250 एकड जगह पर प्रोजेक्ट बनाने के लिए विज्ञापन दिया गया. निवशकों को आकर्षित करने के लिए संचालकों ने संजय, प्रदीप और काजू की मदद ली. तीनों ने ग्राहकों को कम दाम में रो हाऊस और बंगला देने का लालच दिया.

ग्राहकों से लाखों रुपयों की वसुली की गई लेकिन अब तक कोई प्रोजेक्ट बनकर तैयार नहीं हुआ. इसके अलावा एक बंगले को दो ग्राहकों को बेचा गया. ग्राहकों से ठगी कर वसूले गए करोड़ों रुपय को शेलके और गवई ने काजू एवं अन्य 2 साथियों की मदद से अन्य कम्पनियों में निवेश किये है. इसलीए पुलिस को अब तक शेलके और गवई के बारे में ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है. इस मामले में शिकायतकर्ताओं ने पुलिस से शिकायत की है. काजू, संजय और प्रदीप की जांच करने पर कई खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.