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  • मुंबई क्राइम ब्रांच के हाथ लगा आरोपी

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नागपुर. मुंबई क्राइम ब्रांच ने चोरी की जेसीबी मशीने बेचने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया. बताया जाता है कि हरयाणा से जेसीबी मशीन चोरी करके नागपुर आरटीओ में दस्तावेज बनाए गए. बाद में वाहन मुंबई के व्यापारियों को बेचे गए. पुलिस के हाथ लगा आरोपी मोहम्मद आसिफ बताया गया.

इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश अभी जारी है. जांच के लिए मुंबई क्राइम की एक विशेष टीम बनाई गई है. कुछ दिन पहले पुलिस को जानकारी मिली थी कि मुंबई शहर में एक बड़ा गिरोह काम कर रहा है. यह गिरोह अन्य राज्यों से चोरी किए गए वाहनों के नंबर बदलकर मुंबई में बेचता है.

पुलिस ने पहले बारीकी से मामले की जांच की. आसिफ इस गिरोह का सरगनाह होने की जानकारी सामने आई. तुरंत पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. आसिफ ने पुलिस को बताया कि वह अब तक 10 जेसीबी मशीने मुंबई शहर के व्यापारियों को बेच चुका है. सारी मशीनें हरयाणा से चोरी की गई थी. उसके गिरोह के लोग नई मशीनों की तलाश में रहते है.

मौका मिलते ही मशीन चोरी कर ली जाती है. इन मशीनों को बड़े ट्रकों में मुंबई लाया जाता है. किसी को शक न हो इसीलिए नागपुर आरटीओ से मशीनों के दस्तावेज बनाए जाते है. दूसरे वाहनों के दस्तावेजों में फेरबदल करके फर्जी आरसी बुक तैयार की जाती है. स्क्रैप में जा चुके पुराने वाहनों के दस्तावेजों का उपयोग किया जाता है.

आमतौर पर कोई मशीनों के दस्तावेजों की जांच नहीं करता. इसी का फायदा आरोपी उठा रहे थे. नई मशीने 30 से 35 लाख रुपये में मिलती है, जबकि यह गैंग जरूरतमंद व्यापारियों को महज 5 लाख रुपये में जेसीबी बेच डालती थी. पुलिस नागपुर आरटीओ से इन वाहनों के रजिस्ट्रेशन का पता लगा रही है. जल्द ही टीम नागपुर भी आ सकती है.