नागपुर. एमआईडीसी पुलिस ने एक लैंड डेवलपर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. अपने लेआउट में अलग-अलग लोगों से प्लॉट बेचने के नाम पर पैसे तो ले लिए, लेकिन किसी को भी जमीन नहीं दी. आरोपी प्रियदर्शिनीनगर, एनआईटी लेआउट निवासी राजेश देवराव मेश्राम बताया गया. पुलिस ने भामटी निवासी शालू दादाराव लांडगे (65) की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. शालू के अलावा महेंद्र डांगे और अरुण पाटिल ने भी पुलिस से शिकायत की है. धोखाधड़ी सामने आने के बाद और भी लोग शिकायत करने आ सकते हैं.
वर्ष 2002 से 2004 के बीच राजेश ने हिंगना रोड के राजीवनगर में अपना कार्यालय खोला. मौजा वानाडोंगरी के खसरा क्र. 173 में मेश्राम ने लेआउट बनाया. सस्ते दाम में प्लॉट बेचने के नाम पर बुकिंग शुरू की. शालू ने 68 नंबर का प्लॉट 40,000 रुपये देकर बुक किया. बाकी रकम किश्तों में अदा की. पूरी रकम देने के बाद भी राजेश ने रजिस्ट्री नहीं करवाई.
इसी तरह राजेश ने महेंद्र से 39,500 रुपये और अरुण पाटिल से 45,000 रुपये लिए. सभी से रकम लेने के बाद किसी की रजिस्ट्री नहीं हुई. पीड़ित राजेश के कार्यालय के चक्कर काटते रहे. बाद में वह प्लॉट देने से ही मुकर गया. पीड़ितों ने मामले की शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने विश्वासघात का मामला दर्ज कर जांच आरंभ की है.