Manish Nagar Railway Crossing

  • ROB, अंडरब्रिज का हो रहा सीमित उपयोग

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नागपुर. मेट्रो प्रशासन की मदद से मनीषनगर रेलवे क्रासिंग पर लगने वाले जाम से नागरिकों को राहत देने के लिए करोड़ों की लागत से एक अंडरब्रिज और एक ओवरब्रिज बनाया गया. बावजूद इसके क्रासिंग पर हर दिन वाहनों की कतार लग रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या उक्त नये रेलवे अंडरब्रिज और ओवरब्रिज वाहन चालकों को रास नहीं आ रहे या फिर क्रासिंग पार करना ही समय की बचत नजर आ रही.

मेन रोड पर हर 20 मिनट में गेट बंद

ज्ञात है कि मनीषनगर क्रासिंग वर्धा रोड और बेलतरोडी को जोड़ने वाली सड़क पर है. मेन रोड होने के चलते पहले से ही यहां वाहनों की काफी आवाजाही रहती है. हर दिन सैकड़ों वाहन छत्रपति चौक से शताब्दी चौक जाने या फिर चिंचभवन से बेलतरोडी जाने की बजाय मनीषनगर क्रासिंग वाली रोड का उपयोग करते हैं. इसी सड़क पर कई दूकानें और बैंक आदि होने के चलते पूरे दिन ही लोगों का आना-जाना भी लगा रहता है. यह क्रासिंग नागपुर-वर्धा-मुंबई रूट  पर बनी है. यह देश के सबसे व्यस्त रूटों में शामिल है. हालांकि अभी यात्री ट्रेनों की संख्या सीमित है लेकिन मालगाड़ियों का परिचालन अधिक होने से लगभग हर 20 मिनट में क्रासिंग वाहनों के लिए बंद कर दी जाती है. ऐसे में यहां वाहनों की कतार लगना अब भी आम बात है.

RUB, ROB का दूर है रास्ता

दूसरी तरफ नये ओवरब्रिज और अंडरब्रिज का प्रवेश द्वार इस रोड के मुकाबले थोड़ी संकरी सड़क पर है. हालांकि यहां से भी वाहनों की आवाजाही संभव है लेकिन एक बड़े क्षेत्र के नागरिकों को इतनी दूर वाहल ले जाकर ओवर ब्रिज या अंडर ब्रिज का उपयोग करना घाटे का सौदा नजर आता है. वहीं ओवर ब्रिज का उपयोग करते हुए छत्रपति चौक या अजनी चौक पर जाने के लिए उन्हें एयरपोर्ट चौक से यू टर्न लेना पड़ता है. ऐसे में शार्टकट के आदी वाहन चालक मनीषनगर क्रासिंग को पार करना ही बेहतर समझते हैं. 

ओवर ब्रिज का वनवे बढ़ा रहा परेशानी

वहीं डबल डेकर ब्रिज से जुड़े ओवर ब्रिज को अब भी वन वे रखा गया है. यानि अजनी चौक से अपने वाले वाहन चालक उक्त ओवर ब्रिज का उपयोग नहीं कर सकते. उन्हें अंडर ब्रिज का उपयोग करना होगा जिसका एग्जिट रहवासी क्षेत्र में मिलता है. ऐसे में छत्रपति चौक हो या फिर नरेन्द्रनगर चौक से आने वाले वाहन चालक, वे आरयूबी की बजाय मनीषनगर चौक से क्रासिंग होते ही बेलतरोड़ी की ओर जाना पसंद करते हैं. हालांकि कहा जा रहा है कि जल्द ही ओवर ब्रिज का टू वे बना दिया जायेगा लेकिन ऐसा कब होगा, इस बारे में कहने को कोई तैयार नहीं है.