RTMNU, nagpur University

  • 25 से शुरू होगी परीक्षा
  • 01 घंटे में ही हल करना होगा पेपर
  • 02 अंक मिलेंगे हर प्रश्न पर

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नागपुर. आरटीएम नागपुर विवि द्वारा शीत सत्र 2020 की परीक्षाएं 25 मार्च से शुरू होंगी. परीक्षा के संबंध में विवि द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. मंगलवार को छात्रों के प्रवेश पत्र जारी कर दिये गये. हालांकि वही प्रवेश पत्र जारी किये गये जिनके 25 से पेपर शुरू हो रहे हैं. पिछले बार की समस्याओं से सीखते हुए इस बार विवि ने परीक्षा शुरू होने से 3 घंटे तक लिंक को लाइव रखने का निर्णय लिया है. यानी 3 घंटे के भीतर छात्र जब भी लिंक ओपन करेगा, उसे 1 घंटे के भीतर आंसर सब्मिट करना होगा. पेपर की समयावधि 1 घंटा ही रहेगी.

पिछले वर्ष विवि द्वारा ऑनलाइन परीक्षा का पहला प्रयोग किया गया लेकिन इसमें अनेक दिक्कतें आईं. कई बार प्रश्न पत्र ही ओपन नहीं होते थे. वहीं सब्मिशन में भी देरी होती थी. एक घंटे का समय दिये जाने से देरी से लिंक ओपन होने से कई छात्र परीक्षा से वंचित रह गये थे. बाद में विवि ने इन छात्रों के लिए अलग से समय दिया था. इसी समस्या को देखते हुए इस बार विवि ने 3 घंटे तक लिंक को लाइव रखने का निर्णय लिया है. यदि किसी छात्र को लिंक ओपन करने में दिक्कत आएगी तो उसके पास पर्याप्त समय रहेगा. वह अंतिम 1 घंटे के भीतर भी पेपर हल कर सकेगा. इससे छात्रों को राहत मिलेगी.

बीई की 7वें सेमेस्टर से शुरुआत

यदि इंजीनियरिंग स्नातक की बात करें तो पहले 7वें सेमेस्टर की परीक्षा ली जा रही है. 25 मार्च से 15 अप्रैल तक परीक्षा ली जाएगी. अभी केवल इसी परीक्षा के प्रवेश पत्र जारी किये गये हैं. हालांकि सभी बैक सब्जेक्ट की परीक्षा के दौरान एक तिथि ओवरलैप हो रही है. बैक सब्जेक्ट की परीक्षा 31 मार्च से 15 अप्रैल तक ली जाएगी. यानी 15 अप्रैल की तिथि ओवरलैप हो सकती है. इस हालत में कॉलेजों को नियोजन करना होगा ताकि 14 अप्रैल तक बैक सब्जेक्ट के सभी पेपर हो जाएं अन्यथा एक ही दिन में दो पेपर देने की नौबत छात्रों पर आ सकती है. स्नातकोत्तर की सभी परीक्षाएं कॉलेजों को अपने स्तर पर लेनी है. 40 अंकों की परीक्षा होने से छात्रों को ज्यादा दिक्कतें नहीं आएगी लेकिन इस बार प्रश्न हल करना अनिवार्य है. प्रश्न पत्र तीनों भाषाओं में तैयार किये जा रहे हैं.

पेपर सेटर नाराज

विवि द्वारा शीत सत्र 2020 की परीक्षाएं अब ली जा रही हैं लेकिन पिछले वर्ष जिन परीक्षाओं के लिए प्राध्यापकों ने पेपर सेट किये थे, उन्हें अब तक मानधन नहीं मिला है. इससे प्राध्यापकों में नाराजगी है. हालांकि विवि का कहना है कि मानधन देने का कार्य जारी है. 8 महीने का समय मिलने के बाद भी पेपर सेटर का मानधन जारी नहीं करना आश्चर्य की बात है जबकि पेपर सेटर द्वारा ऑनलाइन फॉर्म भरते वक्त बैंक अकाउंट नंबर भी दिया जाता है. विवि के पास निधि की कमी नहीं है. इसके बावजूद पेपर सेटर के मानधन में देरी समझ से परे है.