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    नागपुर. कोरोना मरीजों के लिए लगने वाले इंजेक्शन की बीते 3-4 दिनों से भारी किल्लत के चलते मरीज के परिजनों में हड़कंप मचा हुआ है. जिला प्रशासन इसकी व्यवस्था सुचारु करने में बुरी तरह असफल रहा और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी को सीधे इंजेक्शन निर्माता से संपर्क कर व्यवस्था करवानी पड़ी. शुक्रवार की देर रात तो वर्धा रोड पर जनता चौक स्थित एक मेडिकल स्टोर्स में रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीदी के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. दरअसल मरीजों के परिजनों को यह पता चला कि सिटी के एक ही मेडिकल स्टोर में यह इंजेक्शन उपलब्ध है.

    महाराष्ट्र विकास मंच के कार्तिक लारोकर ने बताया कि रात को लोगों को इस मेडिकल स्टोर पर कतारें लगानी पड़ीं. इतना ही नहीं भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस दल को भी यहां बंदोबस्त के लिए पहुंचना पड़ा. जब जिलेभर में कोरोना के रोजाना 5,000 के करीब नये मरीज मिल रहे हों, अस्पतालों में बेड खाली नहीं हों ऐसी अवस्था में इस बीमारी में लगने वाला महत्वपूर्ण इंजेक्शन का स्टाक ही खत्म होना कई तरह के संदेहों को जन्म दे रहा है. इतना ही नहीं जिला व नगर प्रशासन के सभी विभागों से समन्वय के दावे भी खोखले साबित हुए हैं.

    शनिवार की देर शाम तक नहीं पहुंचा था स्टाक

    हालात को देखते हुए केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने रेमडेसिविर निर्माता कंपनी के मालिक से फोन पर नागपुर के लिए इंजेक्शन का स्टाक भेजने का कहा. निर्माता ने भी 5,000 इंजेक्शन तत्काल भेजने का आश्वासन दिया और 5,000 इंजेक्शन 2-3 दिनों में सप्लाई करने की बात कही. लेकिन सिटी में शनिवार की देर शाम तक यह इंजेक्शन नहीं मिलने की खबर मिलती रही. लारोकर ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए लगी ये भीड़ अपने आप में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के मुंह पर कड़ा तमाचा है जो सिर्फ घोषणाएं और खानापूर्ति करने में व्यस्त हैं. इनके रवैये का खामियाजा नागपुरवासियों को भुगतना पड़ रहा है. सारी परेशानी और तकलीफ तो आम जनता को ही झेलनी है.

    मुंबई की तर्ज पर बनाएं कोविड सेंटर

    भाजपा विधायक कृष्णा खोपड़े ने सिटी के दिनोंदिन बिगड़ते हालात के चलते तत्काल मुंबई की दर्ज पर भव्य कोविड सेंटर बनाने की जरूरत बताई है. उन्होंने कहा कि गरीबों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही है और कोविड सेंटर की जरूरत है. उन्होंने रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत दूर करने और उसकी ब्लैक मार्केटिंग को रोकने के लिए प्रशासन को कदम उठाने की मांग की. उन्होंने पुलिस नियंत्रण कक्ष की तर्ज पर प्रभावी कालसेंटर तैयार करने की मांग भी की. उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए फ्लाइंग स्क्वाड गठित किया जाना चाहिए जो भीड़ वाली जगहों पर कार्रवाई करे. अस्पतालों में हो रही लूट की जांच की जाए.