Mayo and Medical, GMCH

  • घायलों का पहले होगा एंटीजन टेस्ट

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नागपुर. अक्सर होली और दिवाली सहित आपात स्थिति में मेयो, मेडिकल को अलर्ट पर रखा जाता है. लेकिन नायलॉन मांजे की वजह से बढ़ रहीं मौतों के बाद कोविड काल की गाइड लाइन्स के अनुसार दोनों मेडिकल कॉलेजों के सर्जरी विभाग को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. इमरजेंसी में आने वाले घायलों के तुरंत एंटीजन टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है.

नायलॉन मांजे से कटने की घटना को लेकर कैजुवल्टी में सर्जरी विभाग के डॉक्टरों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है. निवासी डॉक्टरों की बजाय प्राध्यापकों को इमरजेंसी केस संभालने को कहा गया है. अगले कुछ दिनों तक ऑपरेशन थिएटर में एक प्राध्यापक उपलब्ध रहेगा. यदि कैजुवल्टी में रखने जैसी स्थिति न हो तो तुरंत ही सीनियर डॉक्टर को कॉल किया जाएगा. मेडिकल में भी पहले से 10 बेड का डिजास्टर वार्ड तैयार हैं.

यहां इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को रखा जाता है. साथ ही मेडिकल में भी सभी को अलर्ट रहने की जानकारी दे दी गई है. इसके साथ ही गंभीर मरीजों को ऑपरेट करने की स्थिति में रैपिड एंटीजन टेस्ट भी शुरू कर दिया है. मेडिकल के वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. अविनाश गावंडे ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन मांजे से कटने और घायल होने की अनेक घटनाएं होती हैं. यही वजह है कि मेडिकल का डिजास्टर वार्ड पहले से ही तैयार है. वार्ड में 24 घंटे डॉक्टर तैनात किये गये हैं. किसी मरीज के इलाज से पहले उसका कोविड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा.