Sai Mandir at Ajni Chowk?
File Photo

Loading

नागपुर. सिटी में कई सड़क, फ्लाईओवर, आरयूबी और आरओबी है जिनका निमार्ण कार्य वर्षों से जारी होने के बाद भी पूरा नहीं हुआ है. प्रशासन निमार्ण कार्य शुरू तो कर देती है लेकिन नियोजन की कमी से स्थानीय नागरिकों को अनेक समस्याओं से जूझना पडता है. ऐसा ही एक उदाहरण मेहदीबाग मार्ग पर चल रहे आरयूबी के निमार्ण कार्य पर देखा जा सकता है. दहीबाजार से आटोमोटीव चौक की ओर जाने वाले मार्ग पर मेहदीबाग मार्ग पर रेलवे अंडर पास का निर्माण किया जा रहा है. एक अंडर पास का निर्माण तो हो चुका है लेकिन दूसरे का निमार्ण कार्य 3 वर्ष से भी जारी हो धिमी गति से स्थानीय नागरिकों लंबे समय से अनेक समस्याओं का सामना करना पड रहा है. 

बिना अनुमती किया कब्जा
स्थानीय निवासी दिलशाद नवाज ने बताया कि वर्ष 2017 में इस मार्ग पर आरयूबी बनाने के प्रस्ताव पारित हुआ था. वर्क ऑर्डर जारी होने के बाद ठेकेदार ने कुछ समय के लिए तेजी से काम किया लेकिन उसके बाद काम की गति धिरे-धिरे कम होने लगी. निर्माण कार्य के कारण रोड को पूरी तरह खोद कर रख दिया गया था. ऐसे में बारिश का पानी जमा होने से सड़क दलदल बन जाती थी. करीब 10 महीने पलहे ही आरयूबी निर्माण कार्य दूबारा तेजी से शूरू हुआ. 7 महीने पहले आरयूबी में कुछ ब्लॉक लगाए गए इसके बाद सड़क का सीमेंटीकरण का काम किया गया.

आरयूबी के एक ओर मेहदीबाग परिसर है और दूसरी ओर कुछ लोगों ने फुटपाथ पर अतिक्रमण कर रखा है. जगह की कमी होने के कारण ठेकेदार और प्रशासन ने बिना स्थानीय निवासियों की अनुमती लिये बगैर मेहदीबाग परिसर की जमीन को अपने कब्ले में लेकर वहां अंडर पास के ब्लॉक्स लगवा दिये. प्रशासन ने इसके लिए न तो कोई अनुमती ली और न ही जमीन का मुआवजा दिया. प्रशासन और ठेकेदार की मनमानी को देखते हुए स्थानीय नागरिकों ने हाईकोर्ट से न्याय की गुहार लगाई. 

स्कूल बस का रास्ता बंद
इस परिसर में करीब 15 से 20 हजार लोग रहते है. निर्माण कार्य के चलते रास्ता बंद हो जाने के कारण स्थानीय नागरिकों को घर जाने के लिए 2 किलोमीटर का लंबा फेरा लेना पडता है. हालांकी आरयूबी बन जाने से लोगों को राहत होगी. बावजूद इसके फिर भी अन्य कामों के लिए लोगो को दिक्कतों का सामना करना पड सकता है. आरयूबी की चौड़ाई करीब 7 मीटर होगी और उंचाई इतनी है की एक चार पहिया वाहन ही वहां से गुजर सकें. ऐसे में आपातकाली परिस्थिति में परिसर में अग्निशमन वाहन, एम्बूलेंस का आना नामुमकीन है. स्कूली बच्चों के लिए यह सबसे बड़ी परेशानी होगी. पहले परिसर में स्कूल बस आसानी से आवाजाही करती थी लेकिन आरयूबी की लंबाई कम होने के कारण स्कूल बस नहीं आ सकती. पर्यायी मार्ग से स्कूल बस को आने में काफी समय लग जाएगा. ऐसे में स्कूली बच्चों और पालकों को भारी परेशानी होनी संभव है.  

सड़क बन जाती स्विमिंग पुल
निर्माण कार्य से परिसर में गड्ढों से निकली मिट्टी फैली पडी है. वहीं सड़कों पर कई गड्ढें हो गए है. बारिश का पानी जमा हो जाने से सड़क स्विमिंग पुल बन जाता है. पानी से न तो सड़क दिखती है और न ही गड्ढें. कई वाहन चालकों को जान जोखिम में डालकर मजबूरन पानी भरे मार्ग से जाना पडता है. इस बिच कुछ वाहन चालक गड्ढें में फंस कर गिर गए और घायल हुए. प्रशासन की लापरवाही के कारण स्थानीय नागरिकों को एक दो नहीं बल्कि कई परेशानियों से गुजरना पड रहा है.