- 134 बसें चलती थीं रोज
- 7 जून से खुलेंगे बॉर्डर
नागपुर. शहर में अनलॉक के बाद महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम की बसें शुरू हो गईं. आसपास के शहरों की ओर जाने वाली बसों में अच्छी खासी संख्या में यात्री भी मिल रहे हैं. वहीं शहर के बीच स्थित एमपी बस स्टैंड अब भी सूना नजर आ रहा है. महाराष्ट्र सहित मध्य प्रदेश में लॉकडाउन से धीरे-धीरे राहत तो दी गई लेकिन सीमाओं को खोलने पर अभी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा गया. दोनों राज्यों में कोरोना संक्रमितों के आंकड़े में कमी आने के बाद उम्मीद की जा रही है कि सीमाएं जल्द ही शुरू होगी.
कहा जा रहा है कि 7 जून के बाद सीमाएं शुरू हो जाएगी. इसके बाद बसों का आवागमन भी शुरू हो जाएगा. शहर से मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों के लिए रोजाना बड़ी संख्या में लोग आना-जाना करते हैं. पहले लॉकडाउन के पूर्व तक केवल एमपी बस स्टैंड से ही अनुबंधित बसों द्वारा रोजना 5,000 से अधिक लोग आना-जाना कर रहे थे. छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, जबलपुर, नरसिंहपुर, सतना, बैतूल आदि शहरों के लिए रोज बसों की 134 फेरियां थी.
सस्पेंड किए थे परमिट
मध्य प्रदेश में परमिट पर बसें चलती हैं. लॉकडाउन के बाद संचालकों के परमिट सस्पेंड कर दिए गए थे और उनकी बसें डिपो में जमा करा दी गई थी. राज्य भीतर बसें शुरू हो चुकी है. टैक्स और परमिट रिन्यूअल में राहत की मांग बस संचालकों की ओर से की जा रही है.
स्थिति सामान्य होने में लगेगा वक्त
एमपी बस स्टैंड के स्टेशन इंचार्ज रामसिंह बघेल ने बताया कि बस संचालकों के लिए मार्च से जुलाई मुख्य सीजन होता है. शादियों के लिए इस दौरान बड़ी संख्या में लोग आना जाना करते हैं. वह हाथ से चला गया. महाराष्ट्र में काम करने वाले काफी लेबर पहले ही अपने घरों को लौट गए. अब वे बुआई का काम करने के बाद ही लौटेंगे. ऐसे में बसों को शुरुआत की अनुमति मिली भी तो 25-30 फेरियां ही चलेंगी. बाद में धीरे-धीरे इन्हें बढ़ाया जाएगा.