Bribe, Maharashtra
महाराष्ट्र में रिश्वत

  • रिश्वतखोरी के मामले में ACB की कार्रवाई

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नागपुर. एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को महानगर पालिका के लिपिक और पुलिस विभाग के ट्रैफिक कांस्टेबल को रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया. एक ही दिन में 2 कार्रवाई होने से दोनों विभाग में खलबली मच गई है. पकड़े गए आरोपियों में राजेंद्र शंकरराव गजभिये (55) और बिपिन शंकरराव महाजन (32) का समावेश है. राजेंद्र मनपा के धरमपेठ जोन कार्यालय में आरोग्य विभाग के वरिष्ठ लिपिक है. जबकि बिपिन सोनेगांव ट्रैफिक जोन में कांस्टेबल है.

पहला मामला मनपा के ही सेवानिवृत्त सफाईकर्मी की शिकायत पर गजभिये के खिलाफ दर्ज किया गया. शिकायतकर्ता 31 मार्च 2021 को सेवानिवृत्त हुए. बीमारी के चलते लगातार गैरहाजिर होने के कारण उन्होंने पेंशन की जानकारी लेने के लिए अपनी पत्नी को जोन कार्यालय में भेजा. वेतन और पेंशन संबंधित काम गजभिये देखते हैं.

शिकायतकर्ता की पत्नी ने गजभिये से मुलाकात की. गजभिये ने छुट्टियों का पैसा निकालकर देने की एवज में 10,000 रुपये की मांग की. पत्नी ने इस संबंध में शिकायतकर्ता को बताया. उन्होंने खुद गजभिये से बातचीत की. रिश्वत की मांग करने पर पीड़ित व्यक्ति ने एसीबी से शिकायत की. एसीबी ने पहले वेरिफिकेशन किया. शिकायत सही पाए जाने के बाद मंगलवार की दोपहर धरमपेठ जोन कार्यालय में जाल बिछाया गया. जैसे ही गजभिये ने शिकायतकर्ता से रकम ली इंस्पेक्टर योगिता चाफले, कांस्टेबल रविकांत डहाट, अमोल मेनघरे, आचल हरगुले, अस्मिता मेश्राम और प्रिया नेवारे ने उन्हें रंगेहाथ दबोच लिया. अंबाझरी थाने में मामला दर्ज किया गया.

ऑटो चालक से मांगे 500 रुपये 

एसीबी ने एक ऑटो चालक की शिकायत पर कांस्टेबल बिपिन को रंगेहाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया था, लेकिन उसने रकम स्वीकार नहीं की. इसीलिए एसीबी ने डिमांड का मामला दर्ज कर बिपिन को गिरफ्तार कर लिया. शिकायत एमआईडीसी थाना क्षेत्र में रहता है और ऑटो चलाता है. विगत 10 मई को शंकरनगर चौक से यूटर्न लेते समय एक एम्बुलेंस चालक ने ऑटो को टक्कर मार दी. दोनों ने आपस में समझौता कर लिया और एम्बुलेंस चालक वहां से चलता बना. बाद में बिपिन ने 2,000 रुपये का चालान करके गाड़ी ट्रैफिक ऑफिस में जमा करने की धमकी दी. पीड़ित के पास लाइसेंस नहीं था. इसीलिए 200 रुपये का ऑनलाइन चालान ट्रैफिक कार्यालय में भरने को कहा. इसके बाद भी बिपिन ने ऑटो चालक को धमकाया और 500 रुपये की मांग की. पैसे नहीं देने पर भविष्य में जहां दिखाई देगा 2,000 रुपये का चालान करने की धमकी दी. ऑटो चलाक ने मामले की जानकारी एसीबी को दी.

वेरिफिकेशन में साफ हो गया कि बिपिन ने रिश्वत की मांग की है. उसे पकड़ने के लिए 8 दिन पहले ट्रैप भी लगाया गया, लेकिन उसने रकम स्वीकार नहीं की. मंगलवार को बिपिन के खिलाफ प्रतापनगर थाने में रिश्वत की मांग करने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया. एसपी रश्मि नांदेड़कर और एडिश्नल एसपी मिलिंद तोतरे के मार्गदर्शन में डीवायएसपी नरेश पार्वे, कांस्टेबल लक्ष्मण परतेती, भागवत वानखेड़े, सचिन किन्हेकर और शारिक शेख ने कार्रवाई को अजाम दिया.