हत्यारे की पत्नी बनी चोर गैंग की मुखिया, 3 नाबालिग सहित 5 हिरासत में

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नागपुर. हत्या के मामले में पति के जेल जाने के बाद पत्नी उसके ही पंटरों की मुखिया बन गई. नाबालिगों के हाथों चोरी करवाने लगी और माल को ठिकाने लगाने का काम खुद करती थी. तहसील थाना क्षेत्र में लगातार दर्ज हो रहे चोरी के मामलों ने पुलिस को परेशान कर रखा था. काफी मशक्कत के बाद आरोपियों का सुराग हाथ लगा.

पुलिस ने 3 नाबालिगों समेत 5 आरोपियों को हिरासत में लिया. आरोपी अब तक 18 वारदातों को अंजाम देने की कबूली दे चुके हैं. कुछ आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. उनके हाथ लगने पर 1 दर्जन मामलों का पर्दाफाश हो सकता है. पकड़े गए आरोपियों ने टिमकी तीन खंभा निवासी अजय उर्फ अज्जू चंद्रकांत खापेकर (23), घर-संसार सोसाइटी, नवीननगर पारडी निवासी प्राची सतीश गौर (23) और 3 नाबालिगों का समावेश है. ये नाबालिग भी लंबे समय से आपराधिक वारदातों में सक्रिय हैं. 1 तो हत्या के मामले में आरोपी रह चुका है.

10.87 लाख रुपये का माल जब्त

25 नवंबर की रात आरोपियों ने मोमिनपुरा के सैफीनगर में रहने वाले डॉ. सिराज अंसारी के घर पर सेंध लगाई. सिराज अपने परिवार के साथ यूपी गए थे. तहसील पुलिस युद्धस्तर पर जांच में जुट गई और 1 नाबालिग का सुराग मिला. उससे पूछताछ में गैंग के अन्य सदस्यों का पता चला. आरोपियों ने तहसील थाना क्षेत्र में 10 वारदातों को अंजाम देने की कबूली दी. इसके अलावा ट्रेन में चोरी की 3 वारदात, गणेशपेठ में 2, शांतिनगर और लकड़गंज थाना क्षेत्र में 1-1 वारदात को अंजाम देने की जानकारी मिली. आरोपियों से चोरी का वाहन, जेवरात, होम थियेटर और सिलेंडर सहित 10.87 लाख रुपये का माल जब्त किया जा चुका है. 

अन्य आरोपियों की तलाश जारी

प्राची का पति सतीश गौर मस्कासाथ परिसर में हुए एक मर्डर में आरोपी है. इस मामले में वह जेल की हवा खा रहा है. सतीश से जुड़े सभी छोटे-बड़े अपराधियों का ठिकाना प्राची के घर पर ही रहता था. आरोपी चोरी की वारदातों को अंजाम देकर माल प्राची के पास ही रखते थे. सतीश के जेल जाने के बाद वह गैंग की मुखिया बन गई. ज्यादातर माल उसके घर से ही जब्त किया गया. गैंग में और भी आरोपी शामिल होने की जानकारी पुलिस को मिली है. उनकी तलाश की जा रही है.

डीसीपी लोहित मतानी और एसीपी परदेशी के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर जयेश भांडारकर, पीएसआई स्वप्निल वाघ, राठोड़, एएसआई ताराचंद बघेल, हेड कांस्टेबल अजयसिंह ठाकुर, लक्ष्मण शेंडे, प्रमोद शनिवारे, शैलेश दोबोले, कांस्टेबल किशोर गरवारे, पंकज डवरे, नजीर शेख, यशवंत डोंगरे, गगन यादव, आशीष अंबादे, फूलचंद बोकाड़े, रवींद्र पाटिल और अश्विनी ने कार्रवाई की.