Lockdown in Nagpur

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    नागपुर. कड़ा लॉकडाउन लागू होने के दूसरे दिन भी सिटी पूरी तरह बंद रही. केवल अनिवार्य सेवाओं को छोड़कर सारी दूकानें, प्रतिष्ठान, संस्थाएं बंद रहीं. सड़कों पर भी वीरानी सी छायी रही. दोपहर के समय मुख्य बाजार क्षेत्र भी वीरान रहे. इक्का-दुक्का वाहनों की आवाजाही ही देखी गई. सुबह व शाम के समय थोड़ी चहल-पहल जरूर बढ़ी लेकिन लगभग सभी मुख्य चौराहों पर पुलिस की चेंकिंग शुरू हो गई थी. डबल सवारी वाले दोपहिया वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाती रही. बताते चलें कि कोरोना की दूसरी लहर की चेन को ब्रेक करने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा 7 दिनों का कड़ा लॉकडाउन लागू कर दिया है.

    पहले दिन भी नागरिकों को भारी प्रतिसाद मिला था और दूसरे दिन भी नागरिक अपने घरों में कैद रहे. सभी ने प्रशासन का सहयोग किया. केवल नौकरीपेशा वर्ग को सीमित संख्या में छूट दी गई थी. वहीं शहर सीमा के बाहर इंडस्ट्रियल एरिया में कार्यरत कामगारों-कर्मचारियों को भी नौकरी पर जाने-आने की छूट थी. ऐसे ही लोग सड़कों पर नजर आए.

    सुबह निकल रहे लोग

    भले ही दिनभर लोग अपने घरों में बंद हो रहे हों लेकिन सुबह मार्निंग वाक के समय तो भीड़ काफी बढ़ गई है. लॉकडाउन की घोषणा के बाद भी सुबह की सैर करने वालों की भीड़ सुबह करीब 7-8 बजे तक हर इलाके में देखी गई. पहले दिन की अपेक्षा इनकी संख्या और अधिक नजर आई. सुबह पुलिस गश्त पर नहीं होने से लोग बिना समूह बनाकर और बिना मास्क लगाए ही घूमते नजर आ रहे हैं. मानेवाड़ा सीमेन्ट रोड, मेडिकल परिसर, सिविल लाइन्स, तेलनखेड़ी, सेमिनरी हिल्स, बेसा आदि इलाकों में रोज की तरह ही लोगों को समूह बनाकर वाकिंग करते देखा गया. सब्जी-फल के ठेलों, किराना, डेयरी, मेडिकल को लॉकडाउन से छूट दी गई है. सुबह व शाम के समय यहां कुछ भीड़ देखी गई. 

    किचन ओपन का फायदा

    लॉकडाउन में भले ही रेस्टोरेंट, भोजनालय, होटलों में डाइनिंग बंद रखा गया है लेकिन उन्हें किचन शुरू रखने की अनुमति है ताकि वे ऑनलाइन पार्सल सुविधा उपलब्ध करवा सकें. इसका लाभ कुछ ऐसे बार वालों को भी मिल रहा है जहां किचन है. वे ऑनलाइन पार्सल सुविधा देने के लिए आधा शटर खोले नजर आए. इसकी आड़ में कुछ लोग चोरी-छिपे शराब की ऑफलाइन बिक्री भी कर रहे हैं. वहीं पानठेलों को बंद रखकर उसके कुछ दूर खड़े होकर खर्रा, सिगरेट, गुटका भी बेचा जा रहा है. यह सेवा देर रात तक कई इलाकों में शुरू है. 

    ग्रामीण इलाकों में भी वीरानी 

    7 दिनों का लॉकडाउन सिटी की बाहरी सीमा से सटे इलाकों हिंगना, सोनेगांव, कोराडी, कलमना, हुडकेश्वर आदि में भी लागू किया गया है. इन इलाकों में भी दिन में लगभग वीरानी ही नजर आई. नागरिकों ने पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए भी घरो में ही रहना पसंद किया. नागरिकों का साथ मिलने से प्रशासन भी उत्साहित है. पालक मंत्री नितिन राऊत, जिलाधिकारी रवीन्द्र ठाकरे ने नागरिकों का आभार जताया है और साथ ही अपील की है कि शेष 5 दिन इसी तरह प्रशासन का साथ दें तो कोरोना के बढ़ते प्रभाव पर नकेल कसने में सफलता मिल सकती है. जिलाधिकारी ने बिना बेहद जरूरी कार्य के ग्रामीण भागों के लोगों को सिटी में प्रवेश करने और सिटी के नागरिकों को ग्रामीण भागों में नहीं जाने की अपील की है.