प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

  • इतवारी की बजाय अजनी से चले ट्रेन
  • लाखों यात्रियों को होगा फायदा

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नागपुर. गोंदिया-बालाघाट-नैनपुर-जबलपुर ब्राडगेज ने विदर्भ और महाकौशल के साथ ही उत्तर और दक्षिण भारत को जोड़ने के लिए एक नया रास्ता दिया है. इसी के साथ सहूलियत भरी ट्रेनों की उम्मीदें भी जागी हैं. मिली जानकारी के अनुसार, पश्चिम-मध्य रेल के जबलपुर मंडल द्वारा जबलपुर और इतवारी के बीच इंटरसिटी ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा है.

उक्त ट्रेन इतवारी से चलकर भंडारा, तुमसर, गोंदिया, बिरसोला, बालाघाट, लामटा, घंसौर, बरगी, ग्वारीघाट, गढ़ा होते हुए जबलपुर के बीच चलेगी. इसमें कोई दोराय नहीं कि यदि बोर्ड यह प्रस्ताव मंजूर करता है तो नागपुर और जबलपुर के बीच एक और रेल शुरू हो जाएगी. लेकिन यदि इसी ट्रेन को अजनी स्टेशन से संचालित किया जाए तो यह एक ही बार में कई उद्देश्यों को पूर्ति वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस बन सकती है.

मरीजों के लिए होगी बड़ी सहूलियत

ज्ञात हो कि नागपुर मध्य भारत को मेडिकल हब है. महाकौशल क्षेत्र के जबलपुर, सतना, कटनी, नरसिंहपुर जैसे शहरों से हजारों लोग गंभीर बीमारियों का इलाज करवाने नागपुर आते हैं और स्वस्थ होकर लौटते हैं. नागपुर-जबलपुर-नागपुर के बीच चलने वाली एक्सप्रेस इसका बेहतर उदाहरण है जिसमें 90 प्रतिशत यात्री मरीज होते हैं और यह पूरे साल ही हाउसफुल चलती है. शहर के अधिकांश हॉस्पिटल धंतोली में हैं. यहां से अजनी स्टेशन मुश्किल से 2 से 3 किमी की दूरी पर है, जबकि इतवारी स्टेशन करीब 7 से 8 किमी दूर. ऐसे में जबलपुर मंडल द्वारा मांगी गई उक्त इंटरसिटी इतवारी तक ही चलेगी तो लाखों मरीजों को बुरी तरह परेशान होना पड़ेगा, जबकि अजनी स्टेशन उतना ही सहूलियत भरा हो जायेगा क्योंकि महाकौशल से आने वाले मरीजों द्वारा उक्त इंटरसिटी का भी पूरा उपयोग किया जायेगा.

मेट्रो का उपयोग भी बढ़ेगा

सिटी में खापरी से सीताबर्डी के बीच मेट्रो रेल सेवा शुरू हो चुकी है जो अजनी होकर गुजरती है. अजनी मेट्रो स्टेशन का काम भी पूरा होने को है. ऐसे में जल्द ही अजनी स्टेशन पर भी मेट्रो रुकनी शुरू हो जायेगी. दूसरी ओर, इतवारी स्टेशन तक मेट्रो पहुंची भी नहीं है और अभी ऐसी कोई योजना भी नहीं है. ऐसे में यदि जबलपुर से आने वाले यात्री इतवारी स्टेशन पर उतरे तो उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. वहीं अजनी पर आने पर उन्हें स्टेशन से मेट्रो  मिल जायेगी. 

कामगारों की बढ़ेगी आवाजाही

शहर में काम करने वाला एक बड़ा मजदूर वर्ग बालाघाट, नैनपुर और जबलपुर क्षेत्र का है. कोरोना के कारण शहर में मजदूरों की बड़ी कमी खल रही है. बूटीबोरी और हिंगना एमआईडीसी को भी मजदूरों की कमी से जूझना पड़ रहा है. ऐसे में इतवारी-जबलपुर-इतवारी इंटरसिटी को अजनी-जबलपुर-अजनी बनाकर चलाया जाये तो सिटी में कामगारों का टोटा समाप्त हो सकता है.