Gutter water spreading on the road, matter in front of Nagpur railway station
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  • 4 स्टेशनों के लिए IRSDC को मिले 32 आवेदन

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नागपुर. देश के प्रमुख स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाने के लिए चुने गये स्टेशनों में नागपुर का भी नाम शामिल था. प्राप्त जानकारी के अनुसार, नागपुर स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाकर कायाकल्प करने के लिए 8 प्राइवेट कम्पनियों ने रुचि दिखाई है. रेलवे बोर्ड ने देश के महत्वपूर्ण स्टेशनों को आधुनिक बनाने के लिए इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरएसडीसी) का गठन किया है.

मिली जानकारी के अनुसार, नागपुर समेत 4 स्टेशनों के लिए आईआरएसडीसी को कुल 32 आवेदन मिले है. इनमें नागपुर के अलावा ग्वालियर, अमृतसर और साबरमती रेलवे स्टेशन शामिल है. उल्लेखनीय है कि देश में सबसे पहले हबीबगंज स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने का काम शुरू किया गया. प्राइवेट कम्पनी द्वारा जारी इस काम में स्टेशन को पूर्ण कायाकल्प किया जायेगा और उसके निर्धारित समय के लिए लीज प्राप्त होगी. यही प्रक्रिया नागपुर, अमृतसर, ग्वालियर और साबरमती स्टेशन पर भी अपनाई जायेगी.

54 लाख वर्ग फुट, 1300 करोड़
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आईआरएसडीसी के माध्यम इन 4 स्टेशनों की लीज प्राप्त करने वाली कम्पनी द्वारा पुनर्विकास किया जायेगा. इन 32 आवेदनों में से 9 साबरमती(अहमदाबाद) के लिए प्राप्त हुए हैं. चारों स्टेशनों का कुल क्षेत्रफल 54 लाख वर्ग फुट आंका गया है जिसपर पुनर्विकास किया जायेगा. इसमें कुल 1300 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है. इन परियोजनाओं के लिए कोई भूमि उपयोग परिवर्तन और पूर्व पर्यावरणीय मंजूरी की आवश्यकता नहीं है क्योंकि ये रेलवे अधिनियम 1989 के तहत रेलवे परियोजनाएं हैं. 

ज्ञात हो कि आईआरएसडीसी स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए नोडल एजेंसी है. उक्त एजेंसी  आरएलडीए और इरकॉन की संयुक्त उद्यम कम्पनी हैं जिसमें वर्तमान में 50:50 का स्वामित्व है. जल्द ही 24 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ राइट्स नामक कम्पनी भी इसमें जुड़ जायेगी. आईआरएसडीसी द्वारा इन पुनर्विकसित हब को ‘रेलोपोलिस’ कहा जाएगा, क्योंकि यह निवेश और व्यापार के अवसरों को आकर्षित करेगा.