CBSE

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    नागपुर. कोरोना काल के बाद स्टूडेंट्स को नई तकनीक से पढ़ाने के लिए बोर्ड नए-नए प्रयोग कर रहा है. ऐसे में सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने सभी संबद्ध स्कूलों में 6वीं क्लास के बाद से स्टूडेंट्स के लिए कोडिंग और डेटा साइंस कोर्स की शुरुआत की है. इस सिलेबस को बनाने के लिए सीबीएसई ने माइक्रोसॉफ्ट की मदद ली है. इसके तहत 6-8वीं के लिए कोडिंग शुरू की जाएगी और डेटा साइंस का कोर्स 8-12वीं क्लास के लिए होगा.

    इन विषयों को एकेडमिक ईयर 2021-2022 से स्किलिंग सब्जेक्ट्स के रूप में पेश किया जाएगा. माइक्रोसॉफ्ट ने एनसीईआरटी पैटर्न और स्ट्रक्चर के मुताबिक कोडिंग और डेटा साइंस में सप्लीमेंट्री हैंडबुक तैयार की है. यह हैंडबुक एक ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म के लिए एक्सपोजर देगी. यह प्लेटफॉर्म स्टूडेंट्स को मैथ्स, लैंग्वेज और सोशल साइंस सहित सभी विषयों में बेहतर तरीके से सीखने में सक्षम बनाएगा.

    स्टूडेंट्स को मिलेगी मदद

    सीबीएसई की इस कोर्स का असर छात्रों को मिलेगा. छात्रों के नॉलेज को बढ़ाने से लेकर उनके आईक्यू लेवल को भी डेवलप करने की प्लानिंग की जा रही है. शिक्षा के जानकारों का कहना है कि कोर्स में छात्रों को बड़ी कक्षाओं के लिए भी मोटिवेट किया जा सकेगा. साथ ही उनकी कौशल क्षमता को भी विकसित करने का प्रयास किया जाएगा.