नागपुर. क्राइम ब्रांच के एनडीपीएस सेल द्वारा 5 जुलाई द्वार पकड़ी गई 82.84 ग्राम एमडी ड्रग्स के मामले में मुंबई से एक नाइजीरियन को गिरफ्तार किया गया. आरोपी का नाम एंथनी इवोक बताया गया जो मुंबई के नारासोपारा में रह रहा था. बुधवार को आरेापी को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 17 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
उल्लेखनीय है कि शहर पुलिस की क्राइम ब्रांच की इस कार्रवाई में अंकित गुप्ता समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जो ड्रग्स पेडलर हैं. तीनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि उन्हें एमडी ड्रग्स मामू नाम के व्यक्ति ने मुंबई में मुंब्रा टोल नाके पर दी थी.
मामू की गिरफ्तारी से पता चला आईके का पता
इसके बाद क्राइम ब्रांच में तकनीक की मदद लेते हुए मामू का पता निकाला और 8 जुलाई को उसे धर दबोचा. उसका असली नाम कांदिवली निवासी मेहंदी उर्फ मामू हाशिम नजमल सैयद है. पता चला कि मामू मुंबई से नागपुर के अलावा सूरत और अहमदाबाद भी ड्रग्स सप्लाई करता है. इसमें एमडी के अलावा कोकिन, एमडीएमए जैसे नशीले पदार्थ भी शामिल है लेकिन वह मुख्य तस्कर नहीं है. इसके बाद पता चला कि मामू किसी आईके नाम से नाइजीरियन से यह माल खरीदता है. मामू के मोबाइल में वाट्सएप चैट की जांच करने से आईके का मोबाइल नंबर और फोटो से आईके की पहचान हो सकी.
ठाणे से हुई गिरफ्तारी
पीआई बलराम झाडोकार ने तकनीक की मदद से आईके का पूरा नाम, पता, तस्वीर समेत आदि जानकारी हासिल की. विदेशी नागरिक होने से पहले मामू को आईके की तस्वीर दिखाकर पुष्टि की गई. मामू द्वारा कबूली के बाद आईके के खिलाफ जाल बिछाया गया. दिन-रात के प्रयासों के बाद मीरा भाईंदर आयुक्तालय की क्राइम ब्रांच यूनिट 2 के पीआई शाहुराज रणावरे की मदद से ठाणे से आईके को गिरफ्तार कर लिया गया. आईके के मोबाइल की जांच करने पर उसके वाट्सएप पर मामू के साथ ड्रग डीलिंग को लेकर की गई चैट मिली. जांच में पता चला कि आईके खिलाफ 2019 में पासपोर्ट के एक्ट के तहत गिरफ्तार भी किया गया था. हालांकि 2020 में उसे जमानत मिल गई.