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  • 2,965 मरीजों पर अब तक किया उपचार
  • 2,034 मरीज अब तक सकुशल लौटे घर

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नागपुर. कोरोना की दूसरी लहर में भले ही कुछ समय के लिए चिकित्सा सेवा पर अतिरिक्त बोझ बढ़ गया हो लेकिन सरकारी और अन्य निजी अस्पतालों के साथ ही मनपा के अस्पतालों ने भी इस जंग में कमर कस के रखी थी. सीमित संसाधनों के बावजूद मनपा के 8 अस्पतालों में अब तक कुल 2,965 मरीजों का उपचार किया गया. यहां तक कि अब तक 2,034 मरीज सकुशल उपचार लेकर वापस घर लौट गए हैं. जबकि कुछ मरीजों का उपचार जारी है. शहर के लोगों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया करानेवाली मनपा की स्वास्थ्य सेवाएं कमजोर ही रही है. लेकिन कोरोना के इस संकटकाल में गत एक वर्ष से स्वास्थ्य सेवाएं सक्षम की गई. यथास्थिति अस्पतालों का कायाकल्प कर ऑक्सीजनयुक्त बेड की संख्या बढ़ाई गई. जिसके बाद यहां मरीजों का उपचार संभव हो सका है. हमेशा की तरह मनपा के डॉक्टर्स, नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों ने निरंतर सेवाएं प्रदान की.

नि:शुल्क उपचार, सभी सुविधाएं

मनपा के इन सभी 8 अस्पतालों में न केवल नि:शुल्क उपचार किया गया, बल्कि मरीजों को भोजन, नास्ता, चाय आदि की व्यवस्था भी मनपा द्वारा मुहैया कराई गई. वर्तमान में मनपा के अलग-अलग अस्पतालों में 223 मरीजों पर उपचार किया जा रहा है. जिसमें से 221 शहर तथा 2 मरीज शहर के बाहर से है. इंदिरा गांधी अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए कुल 96 बेड्स आरक्षित रखे गए थे. जिसमें से 90 बेड ऑक्सीजनयुक्त है. जबकि केवल 6 बेड सामान्य है. इस अस्पताल में अब तक 1,448 मरीजों पर उपचार किया गया है. वर्तमान में 71 मरीज उपचार ले रहे है. जबकि 988 मरीज सकुशल वापस घर पहुंचे हैं. इसी तरह इमामवाड़ा स्थित आइसोलेशन अस्पताल में ऑक्सीजनयुक्त 32 बेड्स की व्यवस्था की गई. जहां 294 मरीजों में से अब तक 227 को छुट्टी दी गई. 20 पर उपचार किया जा रहा है. सदर स्थित आयुष अस्पताल में 42 बेड्स ऑक्सीजनयुक्त है. जहां 261 मरीजों पर उपचार किया गया. 196 ठीक हुए है जबकि 15 पर उपचार किया जा रहा है.

रेलवे के सहयोग से कोविड अस्पताल

मनपा के अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी ने कहा कि पांचपावली कोविड हेल्थ सेंटर में 68 ऑक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था की गई थी. जहां 598 पर उपचार हुआ, 56 पर उपचार चल रहा है. कुछ दिनों पूर्व केटीनगर अस्पताल शुरू किया गया है. जहां 26 ऑक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था की गई, 56 मरीजों को भर्ती कराया गया. जिसमें से 21 पर उपचार चल रहा है. मनपा के अलावा रेलवे के सहयोग से नरेन्द्रनगर स्थित कंटेनर डिपो में कोविड अस्पताल शुरू किया गया. जहां 47 ऑक्सीजनयुक्त बेड है. जबकि 22 आईसीयू बेड की भी व्यवस्था की गई. यहां पर 239 मरीज भर्ती किए गए. 139 कोरोना मुक्त हो पाए, जबकि 17 पर उपचार किया जा रहा है. इसी तरह श्री आयुर्वेदिक अस्पताल में भी उपचार की व्यवस्था की गई. पांचपावली सूतिका गृह में 110 बेड ऑक्सीजनयुक्त की व्यवस्था हो गई है. 

सरकारी अस्पतालों में भी मनपा की सेवा

-कोरोना की दूसरी लहर में चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी बोझ बढ़ गया था. तनाव की स्थिति से गुजर रहे इन सेवाओं में सहयोग के लिए मेडिकल, मेयो में वैद्यकीय अधिकारी, कर्मचारियों की कमी न हो, इसके लिए मनपा ने अधिकारी और कर्मचारियों की व्यवस्था की.

-45 एमबीबीएस, 46 आयुर्वेदिक वैद्यकिय अधिकारी, 5 फिजिशियन, 2 एनेस्थेसिस्ट, 151 नर्स, 8 फार्मासिस्ट, 19 प्रयोगशाला टेक्नीशियन, 15 डेटा ऑपरेटर, 61 वार्ड बॉय मिलाकर कुल 396 अधिकारी और कर्मचारियों की सेवाएं प्रदान की.

-मेडिकल में 142 तथा मेयो में 176 तथा हिंगना स्थित शालीनीताई मेघे अस्पताल में भी 78 कर्मचारियों की सेवाएं अभी भी चल रही है.