Drain, Nala, Nagpur
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    नागपुर. सिटी में सफाई अभियान का तो भट्टा बैठा हुआ है. नदी-नालों में कचरे व गंदगी के अंबार नजर आ रहे हैं. न ही विभाग के अधिकारियों का ध्यान है और न ही कर्मचारियों का. हालत यह हो रही है कि नदी-नालों में गंदगी और कचरे के कारण पानी का बहाव थम रहा है और उसमें से उठती दुर्गंध से नागरिक परेशान हो रहे हैं. गंदगी के कारण मच्छरों की फौज पैदा हो रही है जिसके चलते नदी-नालों के आसपास की बस्तियों में मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ गया है.

    मनपा का संबंधित विभाग न ही सफाई पर ध्यान दे रहा है और न ही मच्छरों को मारने के लिए फॉगिंग ही कर रहा है. कई नालों में तो सुरक्षा दीवारें तक टूट गई हैं जिसके चलते लोग वहां से कचरा नाले में ही डाल रहे हैं. सिटी में लगभग सभी नालों में सफाई के अभाव में प्लास्टिक कचरे के ढेर नजर आ रहे हैं.

    दक्षिण नागपुर में जम्बूदीपनगर नाले में तो कई जगहों पर बड़ी झाड़ियां उग आई हैं. लोग कचरा भी फेंक रहे हैं. महीनों से इस नाले की सफाई नहीं हुई है. महालक्ष्मीनगर-2 वाले हिस्से में तो गंदगी के चलते दुर्गंध उठ रही है जिससे परिसर के नागरिक परेशान हो गए हैं. कचरे व झाड़ियों के कारण पानी का बहाव रुक गया है और जमा गंदे पानी में मच्छरों की फौज पैदा हो रही है. ये मच्छर लोगों के घरों में घुस रहे हैं जिससे लोग हलाकान हो गए हैं. संबंधित विभाग के अधिकारियों को इससे कोई लेनादेना नहीं है. शिकायतों के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.