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    नागपुर. मनपा की ओर से वैक्सीनेशन अभियान तो चलाया जा रहा है लेकिन शहर में अलग-अलग वर्ग को लेकर चल रहे वैक्सीनेशन अभियान में तालमेल दिखाई नहीं दे रहा है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब नई कैटेगरी बनाकर मनपा 30 प्लस को वैक्सीन लगाने का अभियान चला रही है, जबकि देशभर में 18 प्लस को वैक्सीन का अभियान अभी शुरू नहीं किया गया. इसके विपरीत निजी अस्पतालों में केवल 18 प्लस को वैक्सीन लगाई जा रही है, जबकि इन निजी अस्पतालों में 30 प्लस या अन्य उम्र के लिए वैक्सीनेशन की प्रक्रिया नहीं के बराबर पूरी की जा रही है. सोमवार को सरकारी केंद्रों पर 30 प्लस अंतर्गत जहां 8,396 युवाओं को वैक्सीन लगाई गई, वहीं निजी अस्पतालों में 18 प्लस अंतर्गत 250 युवाओं को वैक्सीन दिया गया. प्रशासन के दावे के अनुसार सरकारी केंद्रों पर वैक्सीन देने के लिए अलग-अलग जगहों पर कुल 104 सेंटर्स खोले गए हैं.

    निजी अस्पतालों ने दाम बढ़ाए

    उल्लेखनीय है कि वैक्सीनेशन अभियान शुरू करते समय देशभर में निजी अस्पतालों को भी इसमें शामिल होने की अपील की गई थी. शुरुआत में निजी अस्पतालों में भी वैक्सीन के लिए नाममात्र शुल्क लेने की शर्त थी. नाममात्र शुल्क लेने की शर्त होने के कारण 1-2 को छोड़कर कोई भी निजी अस्पताल वैक्सीनेशन अभियान में शामिल नहीं हुआ था जिससे पूरा अभियान सरकारी तंत्र पर ही निर्भर रहा. अब निजी अस्पतालों में वैक्सीन के दाम बढ़ाए गए हैं. कोरोना की दूसरी लहर लगभग खत्म होने तथा अस्पतालों के कर्मचारी खाली हो जाने के बाद अब वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया है. निजी अस्पतालों में वसूल किए जा रहे दामों को देखते हुए लोगों ने उस ओर से नजरें फेर ली है. आवश्यकता देख मजबूरी में 18 प्लस इन अस्पतालों तक पहुंच रहे हैं. 

    इस तरह रहा वैक्सीनेशन

    पहला डोज :-

    स्वास्थ्य सेवक 46,074

    फ्रंट लाइन वर्कर 53,256

    18 प्लस युवा वर्ग 35,524

    30 प्लस उम्र के 16,695

    45 प्लस उम्र के 1,43,373

    45 प्लस कोमोरबिड 84,990

    60 प्लस सभी लोग 1,81,183

    पहला डोज – कुल 5,61,095

    दूसरा डोज :-

    स्वास्थ्य सेवक 24,544

    फ्रंट लाइन वर्कर 21,253

    18 प्लस युवा वर्ग 7,243

    45 प्लस उम्र के 33,989

    45 प्लस कोमोरबिड 20,086

    60 प्लस सभी लोग 81,783

    दूसरा डोज – कुल 1,88,898